IIT Guwahati Student Tausif Ali ISIS: असम के हाजो में आईएसआईएस के प्रति झुकाव रखने वाले आईआईटी-गुवाहाटी के एक छात्र को हिरासत में लिया गया है। वह बायोटेक्नोलॉजी से आईआईटी कर रहा था। फाइनल इयर था। छात्र ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ईमेल पर दावा किया था कि वह आतंकवादी संगठन में शामिल होने जा रहा है। इसके बाद आईआईटी-गुवाहाटी कैंपस से लापता हो गया था।
छात्र को आईएसआईएस इंडिया के प्रमुख हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारूकी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान की कथित तौर पर बांग्लादेश से घुसपैठ करने के बाद धुबरी जिले से गिरफ्तारी किए जाने चाने के चार दिन पकड़ा गया।
असम डीजीपी ने किया ट्वीट
असम के डीजीपी जीपी सिंह ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि आईएसआईएस के प्रति झुकाव रखने वाले आईआईटी गुवाहाटी के छात्र को पकड़ा गया है। आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
Reference @IITGuwahati student pledging allegiance to ISIS - the said student has been detained while travelling and further lawful follow up would take place. @assampolice @CMOfficeAssam @HMOIndia
— GP Singh (@gpsinghips) March 23, 2024
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के रहने वाले छात्र ने लिंक्डइन पर एक खुला पत्र लिखा था। जिसमें उसने आईएसआईएस जॉइन करने का ऐलान किया था। इसके बाद उसके लिए लुकआउट अलर्ट जारी किया गया था। वह गुवाहाटी से लगभग 30 किमी दूर कामरूप जिले के हाजो में मिला। पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
जब पुलिस ने आईआईटी-गुवाहाटी अधिकारियों से संपर्क किया। छानबीन के बाद पता चला कि छात्र दोपहर से लापता था और उसका मोबाइल फोन भी बंद था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) कल्याण कुमार पाठक ने कहा कि एक ईमेल प्राप्त होने के बाद हमने उसकी जांच की। यह ईमेल छात्र ने भेजा था, जिसमें उसने दावा किया था कि वह आईएसआईएस में शामिल होने जा रहा है।
स्पेशल टास्क फोर्स के सूत्रों ने कहा कि उसे उसके हॉस्टल के कमरे में ले जाया गया। जहां पुलिस ने आईएसआईएस के झंडे जैसा एक काला झंडा और एक इस्लामी दस्तावेज बरामद किया है। पुलिस ने कहा वह अकेला था और कैंपस में उसके कोई दोस्त नहीं थे।
चार दिन पहले पकड़ा गया था ISIS इंडिया का चीफ
20 मार्च को 2019 से सक्रिय हारिस फारूकी को उसके साथियों के साथ असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसका सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान पानीपत का रहने वाला है और उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है। उसकी पत्नी बांग्लादेशी नागरिक हैं। सूत्रों ने बताया कि फारूकी पर बांग्लादेश में छिपे होने और भारतीयों को कट्टरपंथी बनाने का संदेह है।
उसने झारखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गोवा, पंजाब, महाराष्ट्र और कर्नाटक में मॉड्यूल स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला फारूकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को वांछित था।