Independence Day Red Fort Live Update: आज देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराएंगे। सुबह-सुबह पीएम मोदी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उसके बाद लाल किले पहुंचे, जहां उन्हें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरीधर अरमाने ने स्वागत किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 

विकसित भारत का लक्ष्य और तीन गारंटी
इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की थीम 'विकसित भारत' रखी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में वर्ष 2047 तक भारत को एक (developed nation) विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य घोषित किया। साथ ही उन्होंने देशवासियों को तीन गारंटी दीं—पहली, आने वाले पांच वर्षों में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा। इस संकल्प और गारंटी के साथ पीएम मोदी ने नए भारत के निर्माण की बात कही।

Live Update:

  • पीएम मोदी ने कहा कि देश में इलेक्ट्रिकल व्हीकल की मांग बढ़ रही है। अगर कोई पीएम सोलर स्कीम में शामिल होता है तो उसे ईवी चलाने में भी मदद मिलेगी। साथियों हम ग्रीन हाइड्रोजन की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।

  • मैं देश के खिलाड़ियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने पेरिस ओलिंपक में शामिल होकर देश का मान बढ़ाया है। आने वाले कुछ महीनों में पैरालिंपिक भी शुरू होगा और भारत का एक बड़ा दल इसमें जाएगा, उन्हें भी शुभकामनाएं देता हूं। हमारा सपना है कि 2036 का ओलिंपिक भारत में कराया जाए।

  • हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जो निराशा की गर्त में डूबे हुए हैं। उन्हें देश का विकास रास नहीं आता है। उनकी गोद में विकृति पल रही है, ये विनाश पैदा करती है। देश को इसे समझना होगा। इस नुकसान को हमें पाटने में समय लग जाता हैं। कुछ लोग देश का भला होता नहीं देखना चाहते हैं। साथियों, अनगिनत चुनौतियां हैं, चुनौतियां भीतर और बाहर दोनों तरफ हैं। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, बाहरी चुनौतियां और बढ़ेंगी। हम दुनिया को कहना चाहते हैं कि भारत का विकास किसी के हानिकारक नहीं होगा। आप हमें संकट मत मानिए। भारत ने युद्ध का नहीं बुद्ध का देश है। चुनौतियां कितनी भी क्यों न हों, चुनौतियां को चुनौती देना वाला हिंदुस्तान है। न हम रुकेंगे, न हम थकेंगे। आगे ही बढ़ते जाएंगे।
    देश में हर व्यक्ति भ्रष्टाचार से परेशान है, सरकार ने इसके लिए एक लड़ाई की शुरुआत की है। मैं भ्रष्टाचारियों के मन में भय पैदा करना चाहता हूं। देश को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। देश में इतना मजबूत संविधान होने के बाद भी कुछ लोग भ्रष्टाचारियों का महिमा मंडन कर रहे हैं। आज उन्हें अलग-थलग करने की जरूरत है।

    - बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, पड़ोसी देश के नाते हमारा चिंतित होना जरूरी है। वहां हिंदु, अल्पसंख्यक सुरक्षित रहें। इसके लिए कोशिश हो रही है। भारत चाहता है कि पड़ोसी देश शांति के साथ चले। भारत हमेशा चाहता है कि बांग्लादेश निरंतर आगे बढ़े। हम उसके साथ रहेंगे। वहां लोगों को सुरक्षित माहौल मिले।

  • पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारा देश दुनिया का मोबाइल मैन्यूफ्रैक्चर हब बना है। हमने देखा है कि कभी 2जी के लिए जूझ रहे थे, अब 5जी है और हम आगे 6जी के लिए भी कोशिशें करेंगे। साथियों, डिफेंस बजट ज्यादातर विदेशों से सामान खरीदने में चला जाता है। रक्षा निर्माण में भारत आगे बढ़ रहा है, इससे खर्चों में कमी तो आएगी, साथ ही हम दूसरे देशों को भी डिफेंस इक्विपमेंट्स एक्सपोर्ट करने लगे हैं। हम मैन्यूफ्रैक्चर सेक्टर में दुनिया में अपना स्थान बनाना चाहते हैं। एक दिन भारत इंडस्ट्रियल मैनुफैक्चरिंग सेक्टर का हब होगा, दुनिया उसकी ओर देखेगी। आज दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत में आना चाहती हैं। राज्यों से अपील करता हूं कि इन कंपनियों को लाने के लिए एक नीति का निर्माण करें। उन्हें लॉ एंड ऑर्डर समेत अन्य फैसिलिटी प्रदान करें। ऐसे में जो कंपनियां आएंगी, वो वापस नहीं जाएंगी। राज्य इसके लिए एक स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा करें।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। आज देशभर में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों और अपराधों को रोकना होगा। सरकारें इसके लिए जल्दी फैसले लें। महिला अपराधों की जांच में तेजी आए। आज देश में आक्रोश नजर आ रहा है। अब समय की मांग है कि जब दोषी को सजा हो तो इसकी व्यापक चर्चा हो। अपराधियों के मन में एक डर पैदा हो।
  • पीएम मोदी ने कहा कि साथियों, विकसित भारत स्वस्थ भी होना चाहिए। विकसित भारत की पहली पीढ़ी हेल्दी होगी तो देश को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इसके लिए सरकार ने देश की मेडिकल और चिकित्सा व्यवस्था के लिए नई योजनाओं की शुरुआत की है। हमारी धरती माता की उर्वरक क्षमता खत्म होती जा रही है। इसलिए सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित कर रही है। इसे बढ़ाने के लिए भी बजट में अलग से प्रावधान किए गए हैं। किसानों की स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए काम हो रहा है। छोटे किसानों के जीवन यापन को मजबूत बनाने के लिए प्रयास हो रहे हैं। उनके बच्चों के लिए रोजगार के इंतजाम किए जा रहे हैं।
  • पीएम मोदी ने कहा कि आज देशवासियों की आकांक्षाओं को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। देश में रोजगार और स्वरोजगार के लिए काम हो रहे हैं। आज प्रति व्यक्ति आय दोगुनी करने में हम सफल हुए हैं। ग्लोबल संसाधनों का आज भारत के प्रति विश्वास बढ़ा है। भारत की गति तेज है और यही हमारे कार्य में आज एक नई चेतना भरता है। कोरोनाकाल के बाद दुनिया में सबसे तेजी के साथ भारत ने विकास किया है। आज देशभर में हर घर तिरंगा अभियान जारी है। हमने मेटरनिटी लीव को 13 हफ्ते से बढ़ाकर 26 कर दिया है। ताकि उसकी गोद में पटलने वाले देश के भविष्य को वह उत्तम सुविधाएं दे पाए। 60 साल बाद लगातार तीसरी बार आपने हमें सेवा का मौका दिया है। इसमें मेरा एक ही उद्देश्य है। जनजन की सेवा और इसके साथ 2047 के लक्ष्य तक पहुंचना। देशवासियों के सामने नत मस्तक हूं। हमें नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ना है, जो हो गया है उसी से संतोष नहीं करना है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मध्यम वर्ग देश के लिए बहुत योगदान देता है। सरकार उसकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है। हम लोगों के जीवन में सरकारी दखल को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए हमने लोगों के लिए कई कम्पलायंस को कम किया है। हमने गैर जरूरी 1500 कानूनों को खत्म कर दिया, जो बेवजह लोगों को जेल भेजते थे। सदियों से चल रहे क्रिमिनल लॉ को हमने खत्म करके नए कानूनी रिफॉर्म किए हैं। आप सरकार को बताएं कि अगर कोई बिना कारण के नियम हैं तो हमें लिखिए। हम नागरिकों के जीवन में सम्मान के पक्षधर हैं। किसी को यह कहने का मौका न मिले कि यह तो मेरा हक था और मुझे मिला नहीं। आज देश में पंचायत, नगर निगम जैसी छोटी मोटी 3 लाख ईकाइयां हैं, मैं इनसे अपील करता हूं कि आप हर साल दो रिफॉर्म करें। आप देखिए कि कैसे हर साल 25 से 30 लाख रिफॉर्म हो जाएंगे। जिनसे लोगों के जीवन में सुधार आएंगे।
  • पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल में 10 करोड़ नई माताएं-बहनें स्वसहायता समूह से जुड़ी हैं। महिलाएं जब खुद आर्थिक रूप से समृद्ध होती हैं तो परिवार और देश की प्रगति में योगदान दे सकती हैं। अब तक 9 लाख करोड़ रुपए बैंकों के जरिए समूहों को मिले हैं, जिससे वे अपने कामों को आगे बढ़ा रहे हैं। महिलाओं की आत्मनिर्भरता एक नई आर्थिक क्रांति है। आज देश में रक्षा और अंतरिक्ष सेक्टर में भी प्रगति हो रही है। हमारे लिए आगे बढ़ने के नए द्वार खुले हैं। देश में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में रोजाना नए-नए कार्य हो रहे हैं। देशभर में स्कूल बनाए जा रहे हैं, 3 करोड़ नए पक्के घ बन रहे हैं। रेलवे की नई लाइनें, टनल और पुल बने हैं। ह
  • पीएम मोदी ने कहा कि देश को आजादी तो मिली, लेकिन एक तरह से माई बाप कल्चर जारी था। हाथ फैलाए मांगते रहे बस, लेकिन आज देश में स्थिति बदली है। आज सरकार कुछ लोगों के घरों तक सिलेंडर, आवास, शौचालय और जरूरी संसाधन पहुंचा रही है। युवाओं को स्किल्ड करने की योजनाएं चलाई जा रही हैं। 10 साल पहले जो युवा 14 साल था, वो आज 24 का है। स्किल डेवलप करके देश की प्रगति में योगदान देने के लिए तैयार है। मेरे देश के नौजवानों को अब देश धीरे-धीरे चलने इरादा नहीं है। ये हमारा गोल्डन एरा है, अब छलांग लगाने की जरूरत है। अगर हम भारत को विकसित बनाने के संकल्प के साथ चल पड़ेंगे तो सालों की बेड़ियों को तोड़ने के बाद यह एक नई उपलब्धी होगी।
  • पीएम मोदी ने कहा कि देश में माहौल बदला है। पहले की सरकारें सोचती थी कि हमें क्या जो चल रहा है चलता रहे। अगली सरकारें आएंगी तो वो अपना देख लेंगी। लेकिन हमें युवा, किसान और महिलाओं के लिए सुधारों की शुरुआत की। हमारे रिफॉर्म्स की प्रतिबद्धता चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है। न ही यह किसी मजबूरी में है, बल्कि देश को मजबूती देने के लिए यह प्रतिबद्धता है। हम जो कुछ कर रहे हैं, वो राजनीति के लिए नहीं है। हम जो भी कर रहे हैं वो देश को महान बनाने के संकल्प के साथ किया जा रहा है। एक उदाहरण बैंकिंग सेक्टर का देख लीजिए। पहले जो कारनामे हुए, उससे बैंक संकटों से जूझ रहे थे। आज हमारे बैंकों ने दुनिया के बड़े बैंकों के बीच अपना स्थान बनाया है। ये रिफॉर्म्स का ही परिणाम हैं। आज मछली पालन करने वाले, किसान, रेहड़ी पटरी वाले और एमएसएमई में काम करने वाले लोग बैंकों से सहायता ले रहे हैं।
  • पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था, जब लोग देश के लिए मर मिटने के लिए तैयार थे। आज देश के लिए जीने का समय है, हम उसी प्रतिबद्धता के साथ देश को विकसित भारत बना सकते हैं। विकसित भारत कोई भाषण का शब्द नहीं है। हमने विकसित भारत 2047 के लिए करोड़ों लोगों के सुझाव लिए हैं। गांव, किसान, शहरी और आदिवासी हर इलाके से लोगों ने सुझाव दिए हैं। कुछ लोगों ने कहा कि भारत को दुनिया का सीड कैपिटल बनाया जाए। भारत की यूनिवर्सिटी ग्लोबल बने, स्किल युवा दुनिया की पहली पसंद, मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर पहुंचाना है। देश के छोटे किसानों को बल देना है। कुछ लोगों ने लिखा- न्याय में देरी हो रही है, रिफॉर्म की जरूरत है। ग्रीन फील्ड सिटी विकसित करने का सुझाव भी मिला है। किसी ने कहा कि भारत का स्पेस स्टेशन जल्द बनना चाहिए। हमें देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बननी चाहिए।
  • पीएम मोदी ने कहा कि हम ये सब कर सकते हैं, साथियों देशवासियों का ये विश्वास ही हमारी ताकत है। आजादी के बाद भी देश के ढाई करोड़ घरों में बिजली नहीं थी, जब वहां बिजली पहुंची तो उनका विश्वास बढ़ गया। देश में स्वच्छता के लिए अभियान शुरू होता है, तो राष्ट्र चेतना की दिशा में लोग एकजुट होने लगते हैं। आज 15 करोड़ लोग नल से जल योजना से जुड़ चुके हैं। देश के करोड़ों लोग जीवन की प्राथमिक जरूरतों के अभाव में जी रहे थे। हमने वोकल फॉर लोकल का संकल्प लिया था, आज देश का हर जिला अपने उत्पादों पर गर्व करता है। हमने ग्रीन एनर्जी के लिए संकल्प लिया था। भारत ने करोड़ों देशवासियों तक कोरोना का टीका पहुंचाया। देश की सेनाएं आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देती हैं। सुधार की परंपराओं को एक सामर्थ्य दिया गया है। हमने अर्थतंत्र का मंत्र दिया है।
  • पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, परिवारजनों आज वो दिन है, जब हम देश के लिए मर मिटने वाले दीवानों को याद कर रहे हैं। उन्होंने इस पर्व में हमें आजादी से सांस लेने का मौका दिया। देश उनका ऋणि है, आज जो महानुभाव राष्ट्र निर्माण और रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं, वो देश के किसान और जवान हैं। लोकतंत्र के लिए भारतवासियों की भावना दुनिया के लिए एक उदाहरण है।
  • पीएम मोदी ने कहा कि  देश में प्राकृतिक आपदाएं बढ़ती चली जा रही हैं। इनमें जान गंवाने वालों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम उनके साथ खड़े हैं।
  • पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने गुलामी का एक लंबा कालखंड देखा है। देश के हर कोने में यहां तक की आदिवासी क्षेत्रों तक से लोग स्वतंत्रता के लिए उठ खड़े हुए थे। उस समय आबादी कम थी, लेकिन सभी ने एक सपने के लिए वंदेमातरम के नारे के साथ एकजुटता दिखाई। 40 करोड़ लोगों ने दुनिया की महासत्ता को उखाड़कर फेंक दिया। हमारे पूर्वजों जिनका खून हमारी रगो में है, अगर 40 करोड़ लड़कर आजादी ले सकते हैं तो हम तो आज 140 करोड़ हैं। अगर हम सभी कंधे से कंधा मिलाकर चल पड़ते हैं तो हर चुनौती को पार करते हुए 2047 विकसित भारत का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराए जाने के मौके पर भारतीय वायुसेना के हल्के हेलीकॉप्टरों ने फूलों की बारिश की।

  • पीएम मोदी ने लगातार 11वें साल लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया।

  • पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी।

 


पीएम मोदी गुरुवार की सुबह करीब 6.45 बजे प्रधानमंत्री आवास से लाल किले के लिए रवाना हुए।

देशभर में स्वतंत्रता दिवस पर उत्सव का माहौल
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभर में उत्सव का माहौल है। दिल्ली से लेकर मुंबई और चेन्नई तक, हर शहर में जश्न की धूम है। दिल्ली में लाल किले के अलावा, चhatrapati Shivaji Terminus मुंबई और VGP Marine Kingdom चेन्नई जैसे स्थानों पर भी तिरंगा फहराया गया। वहीं, देशभर में तिरंगा यात्रा का आयोजन हुआ। (Independence Day Speech by PM Modi) के दौरान सेना के जवानों ने फूलों की बारिश की और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

देश भर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम 
स्वतंत्रता दिवस के इस महत्वपूर्ण अवसर पर देशभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली में 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों और 3,000 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इस बार लाल किले में (special guests) 6 हजार विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें महिला सरपंच, NSS के वालंटियर्स और PM श्री स्कूल के छात्र शामिल हैं। ये सभी मेहमान भारत के विभिन्न हिस्सों से आए हैं और उन्हें देश के विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के रूप में चुना गया है।

मोदी का संदेश और 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का जिक्र किया। यह अभियान 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शुरू किया गया था। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे एक पेड़ लगाएं और इसे अपनी मां को समर्पित करें। इसके तहत रक्षा मंत्रालय ने 15 अगस्त को देशभर में 15 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है।