India GDP growth: वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने गुरुवार को जीडीपी के सालाना आंकड़े जारी कर दिए। इसके मुताबिक देश के सकल घरेलू उत्पाद( GDP) में मौजूदा वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3) में 8.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं FY23 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी में 6.3% की दर से वृद्धि हुई है।
माइनिंग और मैनुफैक्चरिंग सेक्टर का प्रदर्शन शानदार
माइनिंग और मैनुफैक्चरिंग सेक्टर के शानदार प्रदर्शन के कारण जीडीपी में उछाल देखने को मिली है। एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछली तिमाही में देश की GDP का वृद्धि दर 7.6% रहा था। वहीं, साल भर पहले यानी कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के तीसरे क्वार्टर में जीडीपी में 4.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि देखी गई थी।
विश्लेषकों के अनुमान से ज्यादा हुई आर्थिक वृद्धि
आर्थिक विश्लेषकों ने इकोनॉमी में 6 से 7 प्रतिशत की विकास दर की भविष्यवाणी की थी, लेकिन वास्तविक वृद्धि 8.4 प्रतिशत रही। बता दें कि जीडीपी देश के आर्थिक प्रदर्शन का माप है और यह वृद्धि भारत के लिए एक सकारात्मक संकेत है। सरकार के आधिकारिक बयान में यह भी बताया गया है कि पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
GVA में सालाना 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी
सकल मूल्य वर्धित (GVA) में अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान साल-दर-साल 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बता दें कि GVA वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति में वृद्धि को दर्शाता है। निवेश गतिविधियों के बारे में अहम संकेत देने वाले सकल स्थिर पूंजी निर्माण (GFCF) में 10.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान 14.18 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। जीएफसीएफ सकल घरेलू उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान देता है, जिसका योगदान 32.4 प्रतिशत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जीडीपी में हुई बढ़ोतरी को लेकर खुशी जाहिर की है। प्रधानमंत्री ने X पर पोस्ट किया कि हमाराी कोशिशों के कारण आर्थिक विकास में तेजी से वृद्धि जारी है। इससे 140 करोड़ भारतीयों का जीवन बेहतर होगा और विकसित भारत बनाने में मदद मिलेगी।
कृषि क्षेत्र में देखी गई मामूली गिरावट
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों से कुछ प्रमुख बातें सामने आईं। मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। मैनुफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट तीसरी तिमाही में बढ़कर 11.6 प्रतिशत हो गया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में इसमें 4.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी। दूसरी ओर, कृषि क्षेत्र में माइनस 0.8 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई, जो पिछले साल की तुलना में बेहद कम है।
कई सेक्टर्स के आर्थिक विकास में आई है तेजी
हालिया डेटा भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाले प्रमुख क्षेत्रों के शानदार प्रदर्शन को दिखाता है। बिजली और पब्लिक यूटिलिटी सेक्टर में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, हालांकि यह पिछली तिमाही के दौरान हुई 10.5 प्रतिशत की वृद्धि से थोड़ा कम। निर्माण उद्योग ने भी 9.5 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दिखाई, जो पिछली तिमाही के 13.5 प्रतिशत से कम होने के बावजूद एक अच्छा आंकड़ा है। व्यापार, होटल, परिवहन और कम्युनिकेशन सेक्टर के आर्थिक विकास में भी तेजी आई है, इन सेक्टर्स में पिछली तिमाही के 4.5 प्रतिशत की तुलना में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
किस सेक्टर में कितना हुआ ग्रोथ:
सेक्टर | ग्रोथ रेट(Q3FY24) | ग्रोथ रेट(Q2 FY24) |
इलेक्ट्रिसिटी और पब्लिक यूटिलिटी | 9.0% | 10.5% |
कंस्ट्रक्शन | 9.5% | 13.5% |
ट्रेड, होटल्स, ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन | 6.7% | 4.5% |
मैनुफैक्चरिंग | 11.6% | -4.8% |
एग्रिकल्चर | -0.8% | 5.2% |