Ballistic Missile Test: भारत ने मंगलवार को मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल के नए वेरिएंट का सफल परीक्षण किया। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि मिसाइल प्रक्षेपण की नई तकनीक के साथ मिसाइल की क्षमता साबित हुई है। टेस्ट फायरिंग रेंज में स्ट्रैटजिक कमान की देखरेख में किया गया।
मंत्रालय ने बयान में कहा, "23 अप्रैल को मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के नए संस्करण का सफल प्रक्षेपण हुआ। इस लॉन्च ने कमांड की क्षमता को साबित कर दिया है और नई प्रौद्योगिकियों को लागू किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह मिसाइल 'अग्नि' परिवार की हथियार सिस्टम से अलग है।
फिलीपींस को सौंपी गई ब्रह्मोस की चौथी 'बैटरी'
उधर, रक्षा क्षेत्र से जुड़े अन्य मामले में दक्षिण चीन सागर में चीनी दावों के चलते बढ़ते तनाव के बीच भारत ने मंगलवार को फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों के अर्थ वेरिएंट की चौथी 'बैटरी' सौंपी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर के जरिए चौथी खेप दोपहर को मनीला में उतरी गई। मिसाइल सिस्टम की हर बैटरी में एक मोबाइल प्लेटफॉर्म पर लॉन्चर के साथ तीन 290 किमी रेंज की मिसाइलों के साथ चार लॉन्चर होते हैं।
भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 32.5 फीसदी बढ़ा
- सुपरसोनिक रफ्तार के कारण ब्रह्मोस मिसाइल को जमीन या जहाज-आधारित बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) सिस्टम द्वारा रोकना मुश्किल है। इस डील से सुनिश्चित हो गया है कि भारत का रक्षा निर्यात पहले ही 2023-2024 में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.5 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी के साथ 21083 करोड़ रुपए पहुंच गया।
- स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की रिपोर्ट के मुताबिक- अमेरिका, चीन और रूस के बाद 83.6 बिलियन डॉलर के खर्च के साथ भारत पिछले साल दुनियाभर में चौथा सबसे बड़ा सैन्य खर्च वाला देश रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का खर्च पिछले साल की तुलना में 4.2% ज्यादा था।