IndiGo Flight Fuel Mismanagement: अयोध्या से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में सफर करना यात्रियों के लिए भयानक सपने से कम नहीं रहा। खराब मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट को चंडीगढ़ मोड़ दिया गया। उस वक्त फ्लाइट में केवल 45 मिनट का फ्यूल बचा था। यह बात जैसे ही यात्रियों को पता चली, वे सहम गए। कुछ को फ्लाइट में उल्टियां शुरू हो गईं। फिलहाल, फ्यूल खत्म होने के महज 2 मिनट पहले फ्लाइट चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर लैंड हुई। तब तक यात्रियों की सांसें अटकी रहीं। यात्रियों और एक रिटायर्ड पायलट ने इंडिगो पर एसओपी के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
दो बार दिल्ली में लैंडिंग का प्रयास
यह पूरा घटना 13 अप्रैल, दिन शनिवार का है। पुलिस उपायुक्त (क्राइम) सतीश कुमार भी फ्लाइट में थे। उन्होंने अपना कष्टकारी यात्रा अनुभव शेयर किया। बताया कि विमान 6E2702 दोपहर 3:25 बजे अयोध्या से टेकऑफ हुआ। यह शाम 4:30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड होने वाला था। लेकिन लैंडिंग से करीब 15 मिनट पहले पायलट ने घोषणा की कि दिल्ली में मौसम खराब है। इसलिए उन्हें लैंडिंग में दिक्कत होगी। उन्होंने दावा किया कि विमान शहर के ऊपर मंडराया और दो बार उतरने का प्रयास किया। लेकिन दोनों प्रयास असफल रहे।
लोग घबराहट में करने लगे उल्टियां
सतीश कुमार के मुताबिक पायलट ने शाम 4:15 बजे यात्रियों को बताया कि विमान में 45 मिनट का ईंधन बचा है। 2 बार लैंडिंग का प्रयास फेल हो चुका है। शाम 5:30 बजे पायलट ने ऐलान किया कि वे चंडीगढ़ की ओर प्रस्थान करेंगे। सतीश कुमार ने कहा कि उस समय तक, बहुत सारे यात्री और चालक दल के एक कर्मचारी ने घबराहट के कारण उल्टी करना शुरू कर दिया।
45 मिनट उड़ान का फ्यूल बचने की घोषणा के 115 मिनट बाद आखिरकार विमान शाम 6:10 बजे चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर उतरने में कामयाब रहा। लैंडिंग के बाद क्रू स्टाफ से पता चला कि केवल 1 या 2 मिनट का ईंधन बचा था, उससे पहले लैंड करने में कामयाब हुए। कुमार ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को टैग करते हुए मामले की जांच की मांग की है।
उधर, रिटायर्ड पायलट शक्ति लुंबा ने इस घटना को इंडिगो द्वारा घोर सुरक्षा उल्लंघन बताया और डीजीसीए से जांच की मांग की।