Israel on lakshdweep after india-Maldives Row: मालदीव और भारत के बीच Beach Tourism को लेकर चल रहे विवाद में अब इजराइल की एंट्री हो गई है। भारत में इजराइल के दूतावास ने सोमवार को लक्षद्वीप की तस्वीरें पोस्ट की। इसकी खूबसूरती की तारीफ की। भारत में इजरायली दूतावास ने बताया कि यह तस्वीरें करीब एक साल पुरानी है। उस समय इजरायल के अफसर लक्षद्वीप पर डिसैलिनेशन प्लांट बनाने की तैयारियों के लिए गए थे। इजराइल ने लक्षद्वीप में डिसैलिनेशन प्लांट बनाने का काम 9 जनवरी यानी कि कल से शुरू करने का ऐलान किया है। बता दें कि भारत और मालदीव के बीच बीते दो दिनों से लक्षद्वीप के मुद्दे पर विवाद चल रहा है। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद हुई।
भारत में इजराइल के राजदूत ने क्या कहा
भारत में इजराइल के राजदूत गाय नीर ने एम्बैसी के पोस्ट को दोबारा पोस्ट करते हुए लिखा कि मेरी इच्छा है कि मैं लक्षद्वीप में अपनी छुट्टियां बिता सकूं। भारत में इजरायली दूतावास ने जो तस्वीरें पोस्ट की है वह बेहद खूबसूरत हैं। इनमें समुद्र में तैरती डॉल्फिन मछलियों को साफ तौर पर देखा जा सकता है। इसके साथ ही बीच की भी एक तस्वीर है, जिमसें नीले चमकते पानी पर छोटे-छोटे बोट्स तैरते नजर आ रहे हैं।
कैसे शुरु हुआ और भारत मालदीव विवाद
PM Modi ने अपने लक्षद्वीप दौरे का अनुभव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया था। इसमें पीएम ने लिखा कि रोमांचकारी अनुभव की चाह रखने वालों की लिस्ट में लक्षद्वीप जरूर होना चाहिए। इसके साथ ही स्नॉर्कलिंग करने और लक्षद्वीप के समुद्री तटों पर बैठकर आनंद लेने की तस्वीरें शेयर की। पीएम मोदी का ये पोस्ट काफी वायरल हुआ। सोशल मीडिया यूजर्स ने लक्षद्वीप को मालदीव का वैकल्पिक पर्यटन स्थल कहने लगे। इसके बाद से मालदीव सरकार नेताओं ने PM Modi पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की। यहीं से विवाद शुरू हुआ।
मालदीव ने तीन मंत्रियों को किया सस्पेंड
मालदीव के नेताओं की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी का भारत में विरोध शुरू हो गया। यहां तक कि मालदीव के दो पूर्व राष्ट्रपतियों ने भी इसकी निंदा की। वहीं, भारत के लोगों, फिल्मी सितारों और क्रिकेटर्स ने भी इन टिप्पणियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। लोगों ने मालदीव के टिकट कैंसल कराने शुरू कर दिए। विवाद बढ़ता देख मालदीव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी पर टिप्पणी करने वाले तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिय। इन मंत्रियों में मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान शामिल थे। इसके साथ ही मालदीव ने एक बयान जारी कर कहा कि मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी से मालदीव सरकार का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जो भी लिखा वह उनके निजी विचार थे।