J&k Tourism Industry: जम्मू-कश्मीर की भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, लेकिन एक घटना ने सब कुछ बदलकर रख दिया। मंगलवार (22 अप्रैल) को पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत से हर ओर दशहत और आक्रोश का माहौल है। पर्यटकों ने 90 फीसदी बुकिंग कैन्सिल कर दी। पर्यटन इंडस्ट्री से जुड़े लोग सड़कों पर हैं। जबकि, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे दिल दहला देने वाली घटना बताया है। उन्होंने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
जम्मू में नहीं रुकना चाहते लोग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद हर कोई जम्मू-कश्मीर से बाहर निकलना चाहता है। उनका कहना है कि जहां से जिंदा लौटने की गारंटी न हो वहां परिवार को कैसे रख सकते हैं। टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी संचालकों ने बताया, लोग जम्मू और श्रीनगर की बुकिंग्स भी कैन्सिल कर रहे हैं। कश्मीर की 90 प्रतिशत बुकिंग्स रद्द कर दी हैं।
सुरक्षा कारणों से यात्रा रद्द कर रहे लोग
दिल्ली के कॉनॉट प्लेस में ट्रेवल्स एजेंसी संचालित करने वाले गौरव राठी ने बताया, हमारे पास जम्मू-कश्मीर के लिए 25 बुकिंग्स थी, लेकिन सभी ने बुकिंग्स रद्द करने को कहा है। ज्यादातर पर्यटक मई जून तक कश्मीर जाने के लिए कहा है। अभी सुरक्षा कारणों के चलते वह अपनी यात्रा रद्द करना चाहते हैं।
ट्रैवल्स कंपनियों को भारी नुकसान
गुड गाइड टूर एंड ट्रैवल्स के संचालक कर्तिक वर्मा ने बताया, कश्मीर की 20 से ज्यादा बुकिंग्स थीं, लेकिन लगभग सभी रद्द हो गई हैं। वह रिफंड मांग रहे हैं, लेकिन ज्यादातर फ्लाइट और होटल बुकिंग्स नॉन-रिफंडेबल होती है, जिस कारण ट्रैवल कंपनियों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। हालांकि, DGCA ने एयरलाइंस कंपनियों को निर्देशित किया है।
कैब ड्राइवर बोले- ये हमारी रोजी-रोटी पर हमला
कश्मीर के कैब ड्राइवर आदिल ने पहलगाम आतंकी घटना की निंदा की है। कहा, यह हमारी रोजी-रोटी पर हमला है। घटना के बाद बाद उन्होंने महाराष्ट्र की एक टूरिस्ट फैमिली को न सिर्फ अपने घर में पनाह दी, बल्कि पूरी सेफ्टी के साथ भोजन कराया। कहा, गलती एक ने की है, लेकिन सजा पूरा कश्मीर भुगतेगा। ये पूरी इंसानियत का कत्ल है।