Jammu Kashmir elections 2024: जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए का प्रमुख सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने घोषणापत्र में पत्थरबाजों और पॉलिटकल प्रिजनर की रिहाई का वादा किया है। यह घोषणा संवेदनशील राज्य में शांति और सुलह की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है।

840 पत्थरबाज जेल में बंद हैं
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष जीएम शाहीन ने बताया कि राज्य में करीब 840 पत्थरबाज जेलों में बंद हैं, जिनमें से कई को नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के शासन के दौरान गिरफ्तार किया गया था। शाहीन ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने युवाओं को पैसे के लिए गलत तरीके से गिरफ्तार किया। ऐसे में इन मामलों की समीक्षा करने की आवश्यकता है।

समीक्षा के बाद पत्थरबाजों को किया जाएगा रिहा
जेडीयू के घोषणापत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि पत्थरबाजों और पॉलिटकल प्रिजनर के मामलों की समीक्षा की जाएगी और उनकी रिहाई को सुनिश्चित किया जाएगा। पार्टी का मानना है कि इस कदम से राज्य में शांति और सुलह की प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी, जो कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे जरूरी है।

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बीजेपी और जेडीयू के रुख में अंतर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू ने अपने घोषणापत्र में जम्मू-कश्मीर को एक अग्रणी राज्य में बदलने का वादा किया है, जिसमें सभी निवासियों की समृद्धि और गरिमा सुनिश्चित की जाएगी। इसके विपरीत, केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि आतंकवादियों के परिवार के सदस्यों या पत्थरबाजों के करीबी रिश्तेदारों को जम्मू-कश्मीर में सरकारी नौकरियां नहीं दी जाएंगी। ऐसे में ये केंद्र में सहयोगी भाजपा और जेडीयू के रूख में अंतर दिखाई पड़ रहा है, जिसे विपक्ष द्वारा एक मुद्दा बनाया जा सकता है।

जम्मू-कश्मीर में कब है चुनाव?
चुनाव आयोग ने हाल ही में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। जिसके मुताबिक, जम्मू-कश्मीर की सभी 90 सीटों पर तीन चरणों- 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर में वोटिंग होगी और रिजल्ट 4 अक्टूबर को आएंगे।