Independence Day: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और पुलिस को 78वें स्वतंत्रता दिवस से पहले आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पुलिस ने एक बड़े आतंकी माड्यूल का पर्दाफाश करते हुए इसके सरगना मोहम्मद लतीफ उर्फ हाजी लतीफ की पहचान की। इसके साथ ही 8 अन्य आतंकी एजेंट्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, इस माड्यूल के सदस्यों ने पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ मिलकर सीमा पार से घुसपैठ कर आए विदेशी आतंकियों को सांबा-कठुआ इलाके में शेल्टर दिया था।
आतंकियों को पहाड़ी इलाकों तक पहुंचाया
आतंकी माड्यूल के एजेंट्स की पहचान अख्तर अली, सद्दाम, कुशल, नूरानी, मकबूल, लियाकत, कासिम दीन और खादिम के रूप में की गई है। सभी की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन एजेंट्स ने पाकिस्तानी आतंकियों को रुकने के लिए जगह, खाना-पीने का सामान और अन्य छोटे-छोटे साधन उपलब्ध कराए। साथ ही उन्हें ऊधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों के पहाड़ी और जंगल क्षेत्रों में सुरक्षित पहुंचाने का काम भी किया।
एजेंट्स की मदद से आतंकियों का मूवमेंट बढ़ा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माड्यूल के एजेंट्स ने कबूल किया है कि गंडोह मुठभेड़ में मारे गए 3 आतंकियों ने इनकी मदद से ऊपरी इलाकों तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की थी। गंडोह में 3 विदेशी आतंकियों के मारे जाने के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से मिले खुफिया इनपुट और पुलिस की जांच के आधार पर इस माड्यूल का खुलासा हुआ है। यह माड्यूल हालिया घुसपैठ के पीछे का मुख्य समूह बताया जा रहा है, जिसने डोडा, ऊधमपुर और कठुआ के ऊपरी क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों और उनके मूवमेंट को बढ़ावा दिया था।
स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा
जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। उधमपुर के DSP प्रह्लाद कुमार ने कहा- "सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और अन्य सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा जांच कर रहे हैं। हम सभी से अपील करते हैं कि अगर कोई भी संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।"