Naresh Goyal Money Laundering Case: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को कैंसर हो गया है। गुरुवार को उन्होंने मुंबई स्थित एक विशेष अदालत में याचिका दायर कर घातक बीमारी के इलाज के लिए अंतरिम जमानत की मांग की। बीमारी का खुलासा गोयल के निजी डॉक्टरों ने टेस्ट के दौरान किया था।
मेडिकल बोर्ड गठित करने का आदेश
अदालत ने नरेश गोयल की मेडिकल रिपोर्ट की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड गठित करने का आदेश दिया है। ईडी ने उनकी अंतरिम जमानत याचिका पर जवाब देने के लिए समय मांगा है। जनवरी में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मामलों के स्पेशल जज एम जी देशपांडे ने नरेश गोयल को निजी डॉक्टरों द्वारा चिकित्सा परीक्षण कराने की अनुमति दी थी। याचिका में नरेश गोयल ने कहा कि डॉक्टरों द्वारा किए गए परीक्षण के दौरान घातक बीमारी का पता चला।
आंत में छोटे-छोटे ट्यूमर
मेडिकल रिकॉर्ड के अनुसार, नरेश गोयल की आंत में छोटे ट्यूमर हैं, जिन्हें 'न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर' कहा जाता है। यह धीमी गति से बढ़ने वाला कैंसर है। नरेश गोयल को गंभीर रिफ्लक्स एसोफैगिटिस के साथ लगभग 35 सेमी से 40 सेमी का हायटस हर्निया भी है। डॉक्टरों ने नरेश गोयल को सलाह दी है कि उन्हें लंबे समय तक दवा खाना होगा। डॉक्टर सर्जरी द्वारा एसिड रिफ्लक्स को रोकेंगे। नरेश गोयल की याचिका में कहा गया है कि उनकी बायोप्सी को हिस्टोपैथोलॉजिकल विश्लेषण और इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री के लिए भेजा गया था। उन्हें पीईटी स्कैन से गुजरना होगा। जिसके आधार पर डॉक्टर सर्जरी, कीमोथेरेपी सहित उपचार की दिशा निर्धारित करने में सक्षम होंगे।
याचिका में कहा गया है कि डॉक्टरों ने किसी भी घातक समस्या को रोकने के लिए आक्रामक और तत्काल उपचार की सलाह दी है। विशेष लोक अभियोजक सुनील गोंसाल्वेस ने बताया कि अदालत ने जे जे अस्पताल का एक मेडिकल बोर्ड गठित करने का आदेश दिया है। बोर्ड को 20 फरवरी तक अपनी स्पष्ट राय अदालत को बतानी होगी।
नरेश गोयल के वकील ने बोर्ड गठित करने पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मेडिकल बोर्ड का गठन जल्द से जल्द किया जाना चाहिए ताकि प्रक्रिया में लगने वाले समय का आरोपी के स्वास्थ्य पर असर न पड़े। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने कहा कि जेजे अस्पताल के डीन से अनुरोध है कि ईडी के अनुरोध के अनुसार एक मेडिकल बोर्ड का गठन करें और नरेश गोयल की गहन जांच करें।
अदालत ने कहा कि बोर्ड बीमारी का पता लगाएगा और बताएगा कि नरेश गोयल के मेडिकल कागजात के आधार पर प्रस्तावित उपचार जेजे अस्पताल में उपलब्ध है या नहीं।
सितंबर 2023 में गिरफ्तार हुए थे गोयल
नरेश गोयल इस समय 74 साल के हैं। उन्हें सितंबर 2023 में ईडी ने गिरफ्तार किया था। ईडी का दावा है कि नरेश गोयल ने मनी लॉन्ड्रिंग की थी और केनरा बैंक द्वारा जेट एयरवेज को दिए गए 538.62 करोड़ रुपए के ऋण की हेराफेरी की थी।
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला कथित बैंक धोखाधड़ी के संबंध में जेट एयरवेज, नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता और अब बंद हो चुकी एयरलाइन के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर से दर्ज हुआ था।