Amit Shah Released BJP Manifesto: झारखंड की राजधानी रांची में रविवार (3 नवम्बर) को गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का संकल्प पत्र (Manifesto) जारी किया। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, संजय सेठ, और झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी उपस्थित थे। इस संकल्प पत्र में राज्य के विकास, सुरक्षा और महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे अहम मुद्दों पर जोर दिया गया है। भाजपा ने झारखंड की जनता को भरोसा दिलाया कि यदि वे सत्ता में आते हैं, तो राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करेंगे। घुसपैठियों को चुन चुन कर निकालेंगे।

झारखंड की जनता तय करेगी कैसी सरकार चाहिए
इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि झारखंड का ये चुनाव न केवल सरकार बदलने का चुनाव बल्कि प्रदेश का भविष्य सुनिश्चित करने का चुनाव है। झारखंड की महान जनता को तय करना है कि आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई सरकार चाहिए या फिर विकास के रास्ते पर चल रही पीएम मोदी की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार चाहिए। घुसपैठ कराकर झारखंड की अस्मिता रोटी, बेटी और माटी तीनों को खतरे में डालने वाली सरकार चाहिए या परिंदा भी पर न मार सके ऐसी सरहद की सुरक्षा करने वाली सरकार चाहिए। 

आज युवा भाजपा में अपना भविष्य देख रहे
गृह मंत्री ने कहा कि बेरोजगारी और पेपर लीक से त्रस्त युवा आज भाजपा में अपना भविष्य देख रहे हैं। भ्रष्टाचार से, गरीबों के विकास का धन अपने चेले चपाटों में बांटने वाली सरकार की जगह गरीब कल्याण सरकार को भी झारखंड की जनता ढूंढ़ रही है। इसलिए भाजपा आज चुनावी संकल्प पत्र लेकर आई है। जब मैं संकल्प पत्र का जिक्र करता हूं तो भाजपा देश की सभी राजनीतिक पार्टियों से अलग है। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो कहती है वह करती है। यह हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है।

यह संकल्प झारखंड के लोगों का प्रतिघोष
गृह मंत्री ने कहा कि जब जब भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है हमने संकल्पों को पूरा किया है। झारखंड के लोग विशेषकर पिछड़ा वर्ग गरीब, आदिवासी, दलित और शहरी लोग बड़ी उम्मीद से भाजपा के संकल्प पत्र की राह देख रहे हैं। भाजपा ने करोड़ों झारखंड वासियों से चर्चा कर यह संकल्प पत्र तैयार किया है। यह संकल्प पत्र सिर्फ भाजपा का नहीं करोड़ों झारखंड वासियों की उम्मीदों का प्रतिघोष है। गरीब कल्याण का प्रतिघोष इस संकल्प पत्र में दिखाई देता है। देश की सीमा की सुरक्षा आदिवासी, रोटी, बेटी और माटी की सुरक्षा का प्रतिघोष इस संकल्प पत्र में दिखाई देती है।

झारखंड में बढ़ रही है घुसपैठ की समस्या
पांच साल पहले झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार आई। जिसने मोदी जी की सरकार की ओर से चलाई गई सरकार की सभी योजनाओं को ठप कर दिया। हेमंत सोरेन की सरकार के समय में झारखंड का आदिवासी  सुरक्षित नहीं रहा है। संथाल परगना में आदिवासियों की संख्या लगातार कम हो रही है। घुसपैठिए यहां आकर हमारे बेटियों को लुभाकर उनके साथ शादी कर रहे हैं और यहां की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। यह समस्या अगर समय रहते नहीं रोकी गई तो ना तो झारखंड की संस्कृति बचेगी, ना ही रोजगारी , ना जमीन और ना ही बेटियां सुरक्षित रहेगी। इसलिए भाजपा झारखंड की बेटी, रोटी और माटी को संरक्षित करने के साथ आग बढ़ने का फैसला लिया है।

मोदी सरकार ने झारखंड को सबसे ज्यादा फंड दिए
झारखंड में चाहे किसी की सरकार रही हो लेकिन मोदी सरकार ने झारखंड के विकास के लिए सबसे ज्यादा काम किए हैं। हाल ही में हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी से एक लाख करोड़ का हिसाब मांगा। मुझे ये देखकर हंसी आई। मैं हिसाब लेकर आया हूं। यूपीए सरकार ने झारखंड के लिए रिवॉल्यूशन एंड ग्रांड एड फंड के नाम पर कितना फंड जारी किया। झारखंड सरकार को यूपीए सरकार ने 2004 से 2014 के बीच सिर्फ 84 हजार करोड़ रुपए दिए। वहीं मोदी सरकार ने 2014  से लेकर 2024 के बीच 3 लाख 8 हजार करोड़ रुपए झारखंड को दिए हैं। जवाब आपको देना है हेमंत जी, मोदी जी को नहीं।

विकास पर भाजपा का फोकस
संकल्प पत्र के लॉन्च इवेंट में भाजपा झारखंड के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में झारखंड में विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी JMM ने सत्ता संभाली, उन्होंने राज्य के लिए कुछ नहीं किया और केवल अपने परिवार का विकास किया। मरांडी ने दावा किया कि पिछले पांच साल में JMM ने झारखंड के साथ अन्याय किया और जनता अब NDA सरकार बनाने का मन बना चुकी है।  

सभी वर्गों का ध्यान रखा गया
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने बताया कि इस बार के संकल्प पत्र में सभी वर्गों को ध्यान में रखा गया है। इसमें किसानों, महिलाओं, युवाओं, बुनियादी ढांचे और विकास से जुड़े सभी विषयों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का फोकस झारखंड के हर वर्ग को मजबूत बनाने पर है। यह संकल्प पत्र जनता की जरूरतों और झारखंड के समग्र विकास को देखते हुए तैयार किया गया है।  

150 वादों के साथ भाजपा का संकल्प
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पहले ही संकेत दिए थे कि भाजपा का यह संकल्प पत्र 150 वादों पर आधारित होगा। उन्होंने बताया कि इस संकल्प पत्र में जनता की भलाई के लिए कई बड़े निर्णय और योजनाएं शामिल हैं, जिनका उद्देश्य झारखंड के हर क्षेत्र में विकास करना है। भाजपा का मानना है कि राज्य को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए ऐसे ठोस निर्णयों की जरूरत है, जो केवल भाजपा ही दे सकती है।  

दो चरणों में होंगे चुनाव
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे। पहला चरण 13 नवंबर को और दूसरा चरण 20 नवंबर को होगा। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। पिछली विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने 30 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 25 और कांग्रेस को 16 सीटें मिली थीं। इस बार के चुनाव में भाजपा ने जनता को संकल्प पत्र के जरिए भरोसा दिलाया है कि वे राज्य में स्थिरता और विकास लाएंगे।  

संकल्प पत्र से भाजपा का चुनावी दांव
भाजपा का यह संकल्प पत्र झारखंड के राजनीतिक माहौल में खासा असर डाल सकता है। विकास कार्यों के मुद्दे पर आधारित इस दस्तावेज ने भाजपा को एक मजबूत आधार प्रदान किया है। पार्टी का मानना है कि इस बार जनता विकास के एजेंडे पर मतदान करेगी और NDA सरकार बनाएगी। भाजपा की कोशिश है कि वह झारखंड में सत्ता में वापसी कर सके और अपने वादों को पूरा कर जनता की उम्मीदों पर खरा उतर सके।