बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। नड्डा के इस्तीफे को राज्यसभा चेयरमैन ने मंजूर कर लिया है। बता दें कि नड्डा ने सिर्फ हिमाचल की राज्यसभा सीट छोड़ी है। इस सीट से उनका कार्यकाल पूरा होने में बस 14 दिन का समय बाकी रह गया था। इस सीट पर चुनाव भी हो चुका है और बीजेपी से ही नॉमिनेट किए गए हर्ष महाजन ने जीत हासिल की है।
गुजरात से निर्विरोध चुने गए हैं नड्डा
जेपी नड्डा हाल ही में गुजरात से निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुने गए हैं। नड्डा गुजरात से राज्यसभा सांसद के तौर पर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे। 20 फवरी को राज्यसभा की 56 सीटों के लिए चुनाव हुआ था। इसमें गुजरात से जेपी नड्डा के साथ ही हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया, मयंक नायक और डॉ. जसवन्तसिंह परमार निर्विरोध राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए थे।
हाल ही में बढ़ा है नड्डा के अध्यक्ष पद का कार्यकाल
बता दें कि इसी महीने भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जून तक बढ़ा दिया है। इस फैसले की घोषणा जनवरी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की थी, जिसे 20 फरवरी को को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद ने इस फैसले को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही जेपी नड्डा को स्वतंत्र रूप से अहम फैसले लेने का अधिकार दिया गया है।
नड्डा 2020 में भाजपा के पूर्णकालिक अध्यक्ष बने थे
जेपी नड्डा 2019 में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। नड्डा से पहले अमित शाह इस पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। नड्डा को साल 2020 में बीजेपी का पूर्णकालिक पार्टी अध्यक्ष बनाया गया था। नड्डा का कार्यकाल बीते साल ही पूरा होने वाला था, हालांकि पार्टी ने इसे एक साल के लिए बढ़ा दिया। इस साल जब उनका अध्यक्ष पद का कार्यकाल पूरा हो रहा था तो इसमें विस्तार कर दिया गया। अभी तक बीजेपी ने नड्डा के अध्यक्ष पद के कार्यकाल को दो बार बढ़ाया है।