Kamala Harris Ancestral Village: अमेरिका की राजनीति में बड़ा उठापठक हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया है। बाइडेन ने अपनी जगह पर भारतीय मूल की कमला हैरिस को प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनाने की सिफारिश की है। इस फैसले से जहां अमेरिका में कमला हैरिस के समर्थकों में खुशी की लहर है, वहीं भारत के एक छोटे से गांव थुलासेंद्रपुरम में भी जश्न का माहौल है। आखिर हो भी क्यों ना, क्योंकि यह कमला हैरिस का पैतृक गांव है। आइए जानते हैं तमिलनाडु के छोटे से गांव थुलासेंद्रपुरम में फिलहाल कैसा है माहौल।
थुलासेंद्रपुरम में खुशी का माहौल है
राष्ट्रपति जो बाइडन के चुनाव से हटने के बाद, कमला हैरिस अब डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बन गई हैं। जैसे ही वाशिंगटन डीसी से करीब 12,900 किलोमीटर दूर गांव थुलासेंद्रपुरम यह खबर पहुंची, लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग प्रार्थना कर रहे हैं कि कमला हैरिस अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करें। इतना ही नहीं, इस गांव में तो कमला हैरिस की सफलता का जश्न मनाने की तैयारियां शुरू हो गई है।
थुलासेंद्रपुरम के लोगों को है कमला हैरिस पर गर्व
थुलासेंद्रपुरम के लोगों का कहना है कि हमें कमला हैरिस की सफलता पर गर्व महसूस होता हैं। जब कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनीं थीं, उस समय भी गांव में जश्न मनाया गया था। कमला हैरिस के उप राष्ट्रपति बनने के बाद गांव के लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े थे, जगह-जगह पोस्टर लगाए गए थे और मिठाइयां बांटी गई थी। इस गांव के लोग कमला हैरिस से बहुत प्यार करते हैं।
पांच साल की उम्र में गांव में आईं थीं कमला?
गांव के लोग बताते हैं कि जब कमला हैरिस पांच साल की थीं, तो अपने नाना के साथ यहां आई थीं। गांव के लोग उन्हें आज भी 'गांव की बेटी' कहते हैं। गांव के लोग कमला हैरिस के लिए विशेष पूजा भी करते हैं। गांव वासियों का कहना है कि अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बन जाती हैं, तो यहां पर और भी भव्य तरीके से जश्न मनाया जाएगा।
गांव के लोग क्यों है कमला हैरिस से निराश?
हालांकि, गांव के लोग इस बात से थोड़े निराश हैं कि कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनने के बाद यहां नहीं आईं। गांव के एक दुकानदार ने बताया कि गांव के लोग उम्मीद कर रहे थे कि वह कम से कम एक बार गांव का दौरा करेंगी या उनका जिक्र करेंगी। बावजूद इसके, लोग उनकी सफलता पर गर्व महसूस करते हैं और उनके राष्ट्रपति बनने की प्रार्थना करते हैं।
गांव की गलियों में लगे हैं कमला हैरिस के पोस्टर
थुलासेंद्रपुरम के लोग कमला हैरिस की सफलता से बेहद खुश हैं। गांव की गलियों में कमला हैरिस (Kamala Harris) के पोस्टर लगे हुए हैं और उनकी तस्वीरों से सजे कैलेंडर भी देखे जा सकते हैं। अगर कमला हैरिस (US Presidential Election) राष्ट्रपति बनती हैं, तो गांव में जश्न का माहौल और भी बड़ा होगा। गांव के लोग इस बार ज्यादा पटाखे फोड़ने और विशेष पूजा करने की योजना बना रहे हैं। कमला हैरिस की सफलता से गांव के लोग बेहद उत्साहित है और हर किसी की जुबान पर बस उनका ही नाम है।
गांव के लोगों को है कमला हैरिस से उम्मीदें
गांव के लोगों को उम्मीद है कि अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बन जाती हैं तो गांव की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगी। कई लोग कमला हैरिस (Kamala Harris) की तस्वीर को अपने घर की दीवारों पर टांगते हैं। गांव के कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो कमला हैरिस की तस्वीर की पूजा भी करते हैं। लोगों काे ऐसा लगता है कि अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बन जाती हैं, तो वह अपने गांव का दौरा जरूर करेंगी। कमला हैरिस इस गांव के लोगों से मुलाकात करने जरूर आएंगी।
कमला हैरिस की पूजा करते हैं गांव के लोग
थुलासेंद्रपुरम (Thulasendrapuram) के लोगों का कहना है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की कैंडिडेट (Democratic Party) कमला हैरिस अगर जीत जाती हैं तो इस गांव को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। बता दे कि गांव के एक मंदिर में कमला हैरिस के लिए विशेष प्रार्थना भी की जाती है। यहीं पर कमला हैरिस के नाम का एक शिलालेख भी लगाया गया है। कमला हैरिस की कहानी गांव के हर बच्चे को सुनाई जाती है।
गांव में भव्य जश्न की योजना बनाई जा रही है
गांव के एक समिति सदस्य के. कालीयापेरूमल ने बताया कि अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति बनती हैं, तो जश्न भारत की वर्ल्ड कप जीत से भी बड़ा होगा। गांव के लोग नियमित तौर पर टीवी और न्यूजपेपर के जरिए इस बात पर ध्यान रख रहे हैं कि फिलहाल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किस तरह की स्थिति है। कमला हैरिस की स्थिति कैसी है और अमेरिका में कमला हैरिस को किस तरह का समर्थन मिल रहा है।