Kangana Ranaut Apologized: हिमाचल प्रदेश के मंडी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद कंगना रनौत ने बुधवार को कृषि कानूनाें से जुड़े अपने बयान को लेकर माफी मांग ली। कंगना ने मंगलवार को अपने लोकसभा क्षेत्र में मीडिया से से बात करते हुए कृषि कानूनों की फिर से वापसी की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि कृषि कानूनों को वापस लाना चाहिए और किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। यह बयान विवादित हो गया क्योंकि कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने नवंबर 2021 में बड़े आंदोलन के बाद वापस ले लिया था।  

कंगना ने कहा- अब मेरे राय व्यक्तिगत नहीं होने चाहिए
बयान के बाद कंगना ने अपनी गलती मानी और कहा कि मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। उन्होंने कहा, "मुझे याद रखना चाहिए कि मैं अब सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि बीजेपी की कार्यकर्ता भी हूं। मेरे विचार व्यक्तिगत नहीं होने चाहिए, बल्कि पार्टी की सोच के अनुसार होने चाहिए। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है, तो मुझे इसका खेद है और मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।"  

BJP ने कंगना के बयान से किया किनारा
कंगना के इस बयान से बीजेपी ने दूरी बना ली। पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि कंगना रनौत को इस तरह का बयान देने का अधिकार नहीं है और यह बीजेपी का आधिकारिक विचार नहीं है।" कंगना ने भी बाद में स्पष्ट किया कि उनके विचार व्यक्तिगत हैं। साथ ही यह भी कहा कि यह पार्टी का स्टैंड नहीं है। बीजेपी के साथ ही एनडीए के सहयोगी दलों ने भी कंगना के बयान को लेकर आपत्ति जताई। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कंगना पर एक्शन लेने की मांग तक कर डाली। 

कांग्रेस और AAP का कंगना पर हमला
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने कंगना के इस बयान की कड़ी आलोचना की। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "750 से अधिक किसानों की शहादत के बाद मोदी सरकार ने इन काले कानूनों को वापस लिया था। अब बीजेपी सांसद इन्हें वापस लाने की बात कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है।" AAP के बलबीर सिंह ने भी कंगना के बयान पर तंज कसा और कहा, "वह तीन कृषि कानूनों के बारे में नहीं जानती हैं, बस कॉमेडी कर रही हैं।"  

चुनावी समय में बयान से बढ़ी हलचल 
कंगना का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। हरियाणा से लाखों किसान दिल्ली पहुंचे थे और उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस बयान से सियासी हलचल और बढ़ गई है। AAP सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि कृषि कानूनों पर चर्चा करना लाखों किसानों का अपमान है।  

कंगना की पिछली टिप्पणियां भी बनी विवाद का कारण 
यह पहली बार नहीं है जब कंगना ने कृषि कानूनों पर विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी किसानों के आंदोलन के दौरान उन्होंने एक महिला किसान को गलत तरीके से पहचाना था और उसे 'बिलकिस बानो' कहकर संबोधित किया था। हाल ही में हरियाणा चुनाव से पहले कंगना का यह बयान एक बार फिर चर्चा में आ गया है।