Kangana Ranaut Farmers Statement controversy: हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के कृषि बिल को लेकर बयान पर विवाद बढ़ गया है। कंगना ने कहा कि किसानों को खुद तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग करनी चाहिए। इसके बाद कंगना का यह बयान तेजी से वायरल हो गया और राजनीतिक हलचल बढ़ गई। बीजेपी ने इस बयान से दूरी बना ली है। बीजेपी ने कहा है कि यह कंगना का व्यक्तिगत विचार हो सकता है। कंगना के बयान के बाद कई पार्टियों ने इस पर सवाल उठाए हैं।
बीजेपी ने किया कंगना के बयान से किनारा, विपक्ष ने साधा निशाना*
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कंगना के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, "यह सोचने वाली बात है कि आखिर कौन कंगना रनौत को बढ़ावा दे रहा है? पार्टी क्यों उन्हें रोक नहीं रही?" कांग्रेस ने इस बयान को किसानों का अपमान बताया और बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर भाजपा को आड़े हाथों लिया।
'यह उनकी व्यक्तिगत सोच हो सकती है': चिराग पासवान
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कंगना के बयान पर कहा, "यह कंगना का निजी बयान हो सकता है, यह उनकी व्यक्तिगत सोच है। यह पार्टी का विचार नहीं है।" बीजेपी ने स्पष्ट किया कि कंगना का यह बयान उनकी पार्टी की सोच को प्रदर्शित नहीं करता। इस बयान के बाद, विपक्षी दलों ने भी कंगना के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
किसानों का अपमान है कंगना का बयान': केसी त्यागी
जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कंगना के बयान को किसानों का अपमान बताते हुए कहा कि बीजेपी को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय का यह अपमान है। त्यागी ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपना विरोध भी जताया और कंगना के बयान की कड़ी आलोचना की।
विवाद बढ़ने पर कंगना बाेलीं- 'यह मेरे निजी विचार हैं'
कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मेरे विचार पूरी तरह से व्यक्तिगत हैं और वे बीजेपी की आधिकारिक राय नहीं दर्शाते।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह उनकी निजी सोच है और इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। कंगना ने बीजेपी नेता गौरव भाटिया के बयान को रीपोस्ट करते हुए अपने विचार साझा किए।
'काले कानूनों' को दोबारा लाने की कोशिश कर रही बीजेपी: कांग्रेस
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कंगना का बयान साझा करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी एक बार फिर से इन कानूनों को लागू करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में खड़े होते हुए कहा कि अब यह 'काले कानून' कभी वापस नहीं लाए जाएंगे। कांग्रेस ने किसानों के संघर्ष की सराहना की और बीजेपी पर निशाना साधा।