Kangana Ranaut Remark: बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत की किसान आंदोलन पर दिए विवादित बयान को लेकर जमकर आलोचना हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया था कि किसानों का विरोध प्रदर्शन भारत में "बांग्लादेश जैसी स्थिति" पैदा कर सकता था। मंगलवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कंगना रनौत के बयान को लेकर कांग्रेस-समर्थित निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। बता दें कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों से हजारों किसान दिल्ली बॉर्डर पर कई महीनों तक आंदोलन कर रहे थे, जिसे अब रद्द कर दिया गया है।
BJP सांसद कंगना रनौत ने क्या कहा था?
कंगना ने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि अगर देश का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता, तो भारत में "बांग्लादेश जैसी स्थिति" बन सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन के दौरान लाशें लटक रही थीं और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही थीं और इस "साजिश" में चीन और अमेरिका जैसी विदेशी ताकतें भी शामिल थीं। कंगना के बयान को लेकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में गरमागरम बहस छिड़ गई। सदन ने मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत के बयानों की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया।
बीजेपी को कांगना के बयान पर कोई पछतावा नहीं: शिवसेना (UTB)
हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनावों को देखते हुए विपक्ष बीजेपी सांसद कंगना पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी (आप) के हरियाणा अध्यक्ष सुषिल गुप्ता ने इसे बीजेपी की किसानों के प्रति "मानसिकता" का प्रमाण बताया और कहा कि आप ने भी हरियाणा में कई विरोध प्रदर्शन किए। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कंगना रनौत के बयान की निंदा की और उनसे माफी मांगने के लिए कहा है। बीजेपी के बयान में किसानों के खिलाफ आरोपों पर कोई पछतावा नहीं है। अगर कोई कार्रवाई नहीं की जाती, तो यह कहना उचित होगा कि बीजेपी किसानों को केवल दिखावे के लिए समर्थन कर रही है।”
बीजेपी कंगना के बयान पर विधानसभा में चर्चा करें: CM सुक्खू
- हिमाचल विधानसभा में संसदीय मामलों के मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कंगना रनौत का बयान देशभर के किसान समुदाय के लिए अपमान है। बीजेपी नेताओं को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। हालांकि, बीजेपी पहले ही सोमवार को कंगना रनौत के बयानों से खुद को अलग कर चुकी है। पार्टी ने कहा कि कंगना रनौत की टिप्पणियों से पार्टी की नीतियों का कोई संबंध नहीं है।
- मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निंदा प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि बीजेपी को इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा करनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कंगना रनौत के बयानों से किसान गुस्से में हैं और बीजेपी को गंभीरता से अपने आचरण पर विचार करना चाहिए।
- राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने सुझाव दिया कि कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए, क्योंकि उनके बयान कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न कर सकते हैं।
- समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कंगना रनौत के बयान "जानबूझकर" किए गए थे। इनका उपयोग बीजेपी की अगली हार के लिए "ढाल" के रूप में करेंगे।