Kangana Ranaut Row: बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी कंगना रनौत के बयान को लेकर चर्चा तेज है। कंगना ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को "भारत का पहला प्रधान मंत्री" बता दिया। अभितनेत्री ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान यह बात कही। इस पर लगातार राजनीतिक प्रतिकियाएं आ रही है। भारत राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने भी कंगना के बयान का मजाक उड़ाया है।
'पता नहीं कहां से ग्रेजुएट हुए हैं'
केटीआर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बीजेपी उम्मीदवारों की शैक्षिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाया। केटीआर ने सोशल मीडिया पर लिखा- उत्तर भारत की ए बीजेपी कैंडिडेट कह रही हैं कि सुभाष चंद्र बोस हमारे पहले प्रधानमंत्री थे। वहीं दक्षिण भारत का एक बीजेपी नेता कह रहे हैं कि महात्मा गांधी हमारे प्रधानमंत्री थे। पता नहीं यह लोग कहां से ग्रेजुएट हुए हैं।
'टीवी इंटरव्यू में कंगना ने दिया था बयान'
बता दें कि हाल ही में एक टेलिविजन इंटरव्यू में कंगना रनौत ने कहा था- मुझे एक बताइए, हमें आजादी कब मिली, भारत के पहले पीएम नेताजी सुभाष चंद्र बोस कहां गए। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी सोशल मीडिया पर कंगना रनौत के बयान काे पोस्ट किया। साथ ही लिखा- इन्हें हल्के में मत लीजिए, यह बीजेपी नेताओं की लिस्ट में काफी ऊपर जाने वाली हैं।
'अपने बयानों से विवादों में रही हैं कंगना'
यह पहला मौका नहीं है जब कंगना रनौत अपने बयान को लेकर विवादों में हैं। इससे पहले एक बार कंगना रनौत ने यह कह कर विवादा पैदा कर दिया था कि देश को असल आजादी 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मिली। बीजेपी ने 24 मार्च को जारी अपने 111 प्रत्याशियों की सूची में कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था।
कैंडिडेट बनाए जाने पर कंगना ने जाहिर की थी खुशी
कंगना बीजेपी और पीएम मोदी की मुखर समर्थक हैं। पार्टी की ओर से कैंडिडेट बनाए जाने पर कंगना ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा था कि वह बीजेपी में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रही हैं। उन्होंने लिखा था कि मेरे प्यारे भारत और भारतीय जनता की अपनी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हमेशा मेरा समर्थन मिलता रहा है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे मेरे जन्मस्थान हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है।
मंडी लोकसभा सीट पर है कांग्रेस का दबदबा
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की चार सीटें हैं। इन सभी सीटों पर एक जून को मतदान होगा। कंगना जिस मंडी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं, उसका एक समृद्ध राजनीतिक इतिहास है। यहां परंपरागत रूप से शाही परिवारों के वंशज चुनाव मैदान में उतरते रहे हैं। शाही परिवारों ने यहां पर हुए 19 लोकसभा चुनावों में से 13 चुनावों में जीत हासिल की है। इसके साथ ही दो उपचुनावों में भी जीत हासिल की है। साल 2009 से 2021 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है।