Kangana Ranaut on Uddhav Thackeray: कंगना रनौत अपने विवादित बयानों के लिए आए दिन सुर्खियों में रहती हैं। एक बार कंगना ने ऐसा ही बयान दिया। भाजपा सांसद ने इस बार उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र चुनाव में महाविकास आघाड़ी की हार के बाद कंगना ने रविवार(24 नवंबर) को उद्धव को 'दैत्य' बता दिया। कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से महाविकास अघाड़ी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हारी है। कंगना ने अपनी पुरानी लड़ाई को याद करते हुए ठाकरे सरकार को कड़ी आलोचना की।

महिलाओं के सम्मान का मुद्दा उठाया
कंगना रनौत ने दिल्ली में कहा कि महिलाओं का सम्मान करने वाले ही असली 'देवता' होते हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाड़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्होंने महिलाओं का अपमान किया, उन्हें हार झेलनी पड़ी। कंगना ने 2020 में उनके घर को तोड़े जाने की घटना को याद करते हुए कहा, "उन्होंने मेरे घर को तोड़ा और मुझे गालियां दीं। ऐसे लोग कभी नहीं जीत सकते।"

पुरानी दुश्मनी का किया जिक्र
2020 में कंगना और उद्धव सरकार के बीच बड़ा विवाद हुआ था। बीएमसी ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में अवैध निर्माण के आरोप में तोड़फोड़ की थी। इस घटना ने कंगना और शिवसेना (यूबीटी) के बीच तल्खी बढ़ा दी थी। उस समय कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से की थी। इसके बाद उद्धव की पार्टियों के नेताओं ने कंगना को काफी बुरा-भला कहा था। 

महाराष्ट्र चुनाव में महायुति का शानदार प्रदर्शन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना (ईकनाथ शिंदे) गठबंधन ने 288 में से 230 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी। वहीं महाविकास आघाड़ी सिर्फ 46 सीटों पर सिमट गई। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) मात्र 10 सीटें जीत पाई।

संजय राउत ने शिवसेना की हार पर क्या कहा?
महाविकास आघाड़ी की हार पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, 'हम हारे हैं, लेकिन निराश नहीं हैं। हम बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक हैं। उन्होंने भी हार और जीत देखी है। हम महाराष्ट्र में अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।' बता दें कि चुनाव के नतीजे आने पर संजय राऊत ने कहा था कि नतीजे में कुछ तो गड़बड़ी हुई है। हम महाराष्ट्र के लोगों का मन जानते हैं। यह नतीजा महाराष्ट्र के लोगों का नहीं है। उन लोगों (महायुति) ने हमारी चार से पांच सीटें चोरी की है। 

महाराष्ट्र में चुनाव के बाद क्या बदल गया?
महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा और शिंदे गुट की जीत ने महाविकास आघाड़ी के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। विपक्ष की कमजोर रणनीति और आंतरिक मतभेदों ने भाजपा को मजबूत बढ़त दिलाई। मौजूदा समय में स्थिति ऐसी हो गई है कि विधानसभा में विपक्ष ही नहीं होगा। महाअघाड़ी के पास कुल मिलाकर इतनी भी सीटें नहीं हैं कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को चुन सकें।