Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा 2024 को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य में दुकानदारों को अपनी दुकानों के सामने नाम लिखने का आदेश दिया है। हरिद्वार एसएसपी ने इस बात की पुष्टि की है। दुकानों के बाहर दुकान मालिक और स्टाफ का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। आदेश जारी होने के बाद दुकानदारों का तेजी से सत्यापन भी किया जा रहा है।
हाईवे पर ढाबों का सत्यापन
कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से रुड़की में शुरू हो रही है, इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने हाईवे पर बने ढाबों का भी सत्यापन शुरू कर दिया है। यहां भी ढाबा संचालकों और दुकानदारों को अपने नाम प्लेट्स लगानी होंगी। पुलिस प्रशासन ने सभी को दिशानिर्देश जारी किए हैं। दरअसल, नर्सन से हरिद्वार कांवड़ ट्रैक पर हाईवे पर कई दुकानें और ढाबे हैं।
योगी आदित्यनाथ का आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आदेश जारी किया है कि कांवड़ मार्ग पर सभी दुकानों, ढाबों, स्टालों, ठेलों के मालिकों को अपने नाम बाहर लिखने होंगे। सीएम ने कहा है कि यह निर्णय कांवड़ यात्रियों की आस्था के चलते लिया गया है। इसके साथ ही, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
देवबंद ने कहा कि इससे बंटेंगे लोग
देवबंद से इस मामले पर बयान आया है। देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि यह फैसला आपसी दूरी बढ़ाएगा और सांप्रदायिक लोग हिंदू-मुस्लिम के बंटे होने का फायदा उठाएंगे। इससे दंगा करना आसान हो जाएगा। कासमी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि इस फैसले पर दोबारा विचार करें, क्योंकि हर साल हिंदू धर्म के लोग कांवड़ लेकर आते हैं और मुस्लिम उनके लिए कैंप लगाते हैं, खाने-पीने की व्यवस्था करते हैं और फूल बरसाते हैं। इससे आपसी दूरी बढ़ेगी।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने किया समर्थन
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि सहारनपुर पुलिस द्वारा कांवड़ यात्रा के मार्ग पर ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं और अन्य स्टॉल मालिकों के लिए जारी सलाह पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मौलाना ने कहा कि पुलिस की सलाह कानून व्यवस्था के लिए है, क्योंकि यह धार्मिक यात्रा है और पुलिस ने यह प्रणाली लागू की है ताकि इसमें कोई हिंदू-मुस्लिम विवाद न हो। (Law and Order)
एसएसपी पद्मेंद्र डोबाल ने क्या कहा?
एसएसपी पद्मेंद्र डोबाल ने कहा कि कांवड़ मार्ग पर होटलों, ढाबों को उनके दुकानों पर मालिक का नाम लिखने का निर्देश दिया गया है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो हम उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।
जेडीयू ने कहा कि फैसले पर दोबारा विचार हो
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार में इससे बड़ी कांवड़ यात्रा होती है, वहां ऐसा कोई आदेश नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी की भारतीय समाज, एनडीए - 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' की व्याख्या के मुताबिक, यह प्रतिबंध इस नियम के खिलाफ है। इस फैसले पर दोबारा विचार करना अच्छा होगा।