Giriraj Singh on Kanwar Yatra:कांवड़ यात्रा की रूट की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। दावा किया गया कि इन दुकानों के मालिक मुस्लिम समुदाय से आते हैं। इस विवाद पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक विवादित बयान दे दिया है। गिरीराज सिंह ने कहा, 'अगर किसी को हिंदू नाम बहुत पसंद हैं, तो वे हिंदू क्यों नहीं बन जाते?'
यूपी सरकार ने दिया नेमप्लेट लगाने का आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली यूपी सरकार ने आदेश (UP Government) दिया है कि राज्य में कांवड़ यात्रा के मार्गों पर सभी दुकानों के मालिकों को नेमप्लेट (Nameplate Order) लगाना अनिवार्य होगा। इस फैसले की विपक्षी पार्टियों की ओर से आलोचना की जा रही है। विपक्ष के साथ-साथ एनडीए में भाजपा के सहयोगी दलों ने भी इसका विरोध किया है।
बीजेपी के तीन सहयोगी दलों ने किया विरोध
आरजेडी, आरएलडी और एलजेपी ने यूपी सरकार के इस फैसले की आलोचना की है। ये तीनों पार्टियां एनडीए में भाजपा के साथ हैं। चिराग पासवान ने कहा कि वे जाति या धर्म के नाम पर ऐसे भेदभाव का समर्थन नहीं करते। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि यूपी सरकार का यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' मंत्र के खिलाफ है।
उत्तराखंड में भी लागू हुआ यूपी जैसा फैसला
यूपी सरकार के फैसले की आलोचना हो रही है, जबकि उत्तराखंड में एक समान आदेश लागू किया गया है। कांवड़ यात्रा मार्ग पर भोजनालय और ढाबा संचालकों को अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखने को कहा गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अपनी पहचान बताने में किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
उत्तराखंड में हाईवे पर ढाबों का सत्यापन
कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से रुड़की में शुरू हो रही है, इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने हाईवे पर बने ढाबों का भी सत्यापन शुरू कर दिया है। यहां भी ढाबा संचालकों और दुकानदारों को अपने नाम प्लेट्स लगानी होंगी। पुलिस प्रशासन ने सभी को दिशानिर्देश जारी किए हैं। दरअसल, नर्सन से हरिद्वार कांवड़ ट्रैक पर हाईवे पर कई दुकानें और ढाबे हैं।
हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों की बिक्री पर रोक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आदेश जारी किया है कि कांवड़ मार्ग पर सभी दुकानों, ढाबों, स्टालों, ठेलों के मालिकों को अपने नाम बाहर लिखने होंगे। सीएम ने कहा है कि यह निर्णय कांवड़ यात्रियों की आस्था के चलते लिया गया है। इसके साथ ही, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।