Karnataka Honeytrap Case: कर्नाटक में हनीट्रैप का मामला फिर सुर्खियों में है। सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने दावा किया है कि विभिन्न दलों के 48 नेता हनीट्रैप में फंसे हैं। गुरुवार (21 मार्च) को उन्होंने गृह मंत्री जी परमेश्वर से मामले की जांच कराए जाने का आग्रह किया है।
बीजेपी विधायक ने बजट सत्र में उठाया मुद्दा
हनीट्रैप का यह मुद़्दा कर्नाटक विधानसभा में बजट सत्र में भी छाया रहा। विजयपुरा से भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने बताया कि सहकारिता मंत्री को फंसाने की कोशिश की गई है। उन्होंने इसे बेहद खराब संस्कृति बताते हुए कहा, जनप्रतिनिधियों को ब्लैकमेल किया जा रहा है।
कर्नाटक सीडी-पेन ड्राइव की फैक्ट्री
सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने बीजेपी विधायक के इन आरोपों को स्वीकार किया है। कहा, कर्नाटक सीडी और पेन ड्राइव की फैक्ट्री बन गया है। यह गंभीर आरोप हैं। यह भी दावा किया जा रहा है कि तुमकुरु के प्रभावशाली मंत्री भी हनी ट्रैप में फंसे हैं। तुमकुरु से गृहमंत्री जी परमेश्वर और मैं हूं।
ज्यादातर नेता 2 प्रमुख दलों के
सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने बताया, मैं शिकायत दर्ज कराने को तैयार हूं। गृह मंत्री को मामले की जांच कराएं। मंत्री ने यह भी दावा किया कि सीडी और पेन ड्राइव बनाने वालों ने विभिन्न दलों के 48 नेताओं को हनीट्रैप में फंसाया है। ज्यादातर नेता दो प्रमुख दलों के हैं।
मास्टरमाइंड को होना चाहिए खुलासा
सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने कहा, हनीट्रैप का यह मामला सिर्फ कर्नाटक तक सीमित नहीं है। राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है। देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी इसमें फंसे हैं। मैं यहां आरोपों का जवाब नहीं दूंगा। गृहमंत्री को लिखित शिकायत करूंगा। मामले की जांच होनी चाहिए। ताकि, पता चल सके कि इस पूरे खेल के पीछे कौन हैं।