Prajwal Revanna Case: लोकसभा चुनाव के बीच कर्नाटक में पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना स्कैंडल से देश में सियासी घमासान मचा हुआ है। जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी फरार है। इस बीच कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार के आबकारी मंत्री आरबी तिम्मापुर ने विवादित बयान देकर पार्टी के लिए एक मुसीबत खड़ कर दी है। तिम्मापुर में यौन शोषण के आरोपी प्रज्वल की तुलना भागवान श्रीकृष्ण से कर दी। सियासी बवाल शुरू हो गया है।
विजयपुरा में तिम्मापुर ने दिया बयान
आबकारी मंत्री विजयपुरा में गुरुवार, 2 मई को एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। बाद में जब प्रज्वल रेवन्ना के बारे में पूछा गया तो तिम्मापुर ने कहा कि हमने इससे पहले कभी ऐसा भयानक कुछ नहीं देखा, यह गिनीज रिकॉर्ड बना सकता है। महिलाएं भगवान श्री कृष्ण को भक्ति और आस्था के साथ मानती थीं, इस तरह नहीं। कृष्ण भक्ति के साथ कई महिलाओं के साथ रहते थे। मुझे लगता है कि प्रज्वल शायद उस रिकॉर्ड तोड़ना चाहते थे। मंत्री कन्नड़ में बोल रहे थे।
भाजपा ने मांगा इस्तीफा
आबकारी मंत्री के बयान पर भाजपा बिफर पड़ी है। भाजपा ने तिम्मापुर के इस्तीफे की मांग करते हुए तुरंत कांग्रेस पर हमला बोल दिया। बीजेपी नेता और कर्नाटक के पूर्व मंत्री सीटी रवि ने कहा कि कर्नाटक सरकार में कांग्रेस नेता ने भगवान कृष्ण का अपमान किया है। उन्हें तुरंत कैबिनेट और पार्टी से हटाया जाना चाहिए अन्यथा हम उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि साफ है कि थिम्मापुर की हिंदू नफरत इतनी व्यापक है कि वे भगवान कृष्ण का नाम घसीटने से नहीं रुके। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शिव को राम के खिलाफ खड़ा किया था। कांग्रेस को सलाह दी जाती है कि वह हिंदू देवी-देवताओं और धर्म को अपनी बदबूदार, आत्म-घृणा वाली राजनीति से दूर रखे।
कांग्रेस ने मंत्री के बयान से किया किनारा
कांग्रेस ने खुद को तिम्मापुर की टिप्पणी से अलग कर लिया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मैं इस बयान की निंदा करती हूं। मैं खुद को इस बयान से अलग करती हूं। यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है। रेवन्ना एक राक्षस हैं। यह पार्टी का रुख नहीं है।