Karnataka Flag Row: बीते एक सप्ताह से कर्नाटक में झंडों को लेकर विवाद जारी है। मामला भगवा बनाम हरे झंडे में तब्दील हो गया है। तीन दिन पहले मांड्या में प्रशासन द्वारा हनुमान ध्वज हटाए जाने पर बीजेपी और जेडीएस ने राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया। अब उत्तर कन्नड़ जिले में झंडे को लेकर नया विवाद सामने आया है। उत्तर कन्नड़ जिले में अधिकारियों ने वीर सावरकर की नेमप्लेट को एक सर्कल(चौराहे) से हटा दिया, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बीजेपी ने दावा किया है कि इस सर्कल को बनाने के लिए पहले ही जिला प्रशासन से इजाजत ले ली गई थी।
टेंगिनागुंडी ग्राम पंचायत में तनाव
मंगलवार को, उत्तर कन्नड़ की तेंगिनागुंडी ग्राम पंचायत में झंडे से जुड़ा विवाद सामने आया। जिसके बाद इलाके में थोड़ी देर के लिए तनाव व्याप्त हो गया। मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब जिला प्रशासन और पुलिस ने एक सर्कल से वीर सावरकर की नेमप्लेट को हटा दिया और ध्वजस्तंभ का निर्माण रोक दिया। भाजपा सदस्यों ने इसे लेकर विरोध किया। प्रशासन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया।
जिला प्रशासन का नजरिया
हल्की जिला प्रशासन के मुताबिक, पंचायत ने ध्वजस्तंभ और सर्कल का नाम वीर सावरकर के नाम पर रखने की अनुमति नहीं ली थी। पिछले हफ्ते, स्थानीय लोगों ने भगवा झंडे और सावरकर की नेमप्लेट के साथ एक ध्वजस्तंभ खड़ा किया था। बढ़ते विवाद के बाद, जिला प्रशासन ने टेंगिनागुड़ी ग्राम पंचायत को नोटिस जारी करने की योजना बनाई है। पंचायत को 15 दिनों के भीतर अनुमति दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगेञ अगर पंचायत ऐसा नहीं करता है तो ध्वजस्तंभ और नेमबोर्ड हटा दिया जाएगा।
बीजेपी ने बेंगलुरु में हरी झंडी पर उठाए सवाल
हंगामे के बीच बीजेपी ने बेंगलुरु के शिवाजीनगर में एक लैंप पोस्ट पर हरे झंडे को लेकर आपत्ति जताई है। भाजपा नेता बसवनगोड पाटिल यतनाल ने दुश्मन देश के रंग के प्रतीक हरे झंडे की मौजूदगी पर सवाल उठाया और इसे ध्वज संहिता का उल्लंघन बताया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद, दरगाह एसोसिएशन ने तनाव को कम करने के लिए तुरंत हरे झंडे की जगह तिरंगा लगा दिया है।