Karntaka BJP MLC CT Ravi: कर्नाटक में बीजेपी नेता और विधान परिषद सदस्य (MLC) सीटी रवि को पुलिस ने गुरुवार (20 दिसंबर) की रात अचानक हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें एक सीक्रेट लोकेशन पर शिफ्ट कर दिया गया। सीटी रवि को मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर अपशब्द टिप्पणी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। सीटी रवि ने पुलिस हिरासत में अपनी हत्या की साजिश होने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर कर्नाटक में सियासत गर्म हो गई। बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। जानते हैं, क्या है पूरा विवाद। 

पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाकर हिरासत में लिया
बता दें कि महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर स्थित बेलगावी जिले में सीटी रवि के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बेलगावी के हिरेबागीवाड़ी पुलिस स्टेशन में लक्ष्मी हेब्बालकर ने सीटी रवि के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसी मामले में पुलिस ने सीटी रवि को पूछताछ के लिए गुरुवार की रात खानापुरा पुलिस स्टेशन बुलाया। इसके बाद सीटी रवि को अचानक हिरासत में ले लिया गया।

सीक्रेट लोकेशन पर ले गई पुलिस
हिरासत में लिए जाने के बाद रवि को बेलगावी के कनकपुर पुलिस स्टेशन में रखा गया। हालांकि, देर रात सीटी रवि को कनकपुरा स्टेशन से रामदुर्ग स्टेशन ले जाया गया। इससे पहले पुलिस ने बताया कि सीटी रवि को किसी सीक्रेट लोकेशन पर ले जाया गया है। पुलिस कमिश्नर इडा मार्टिन ने कहा कि कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्थान का खुलासा नहीं किया जाएगा। हालांकि, शुक्रवार अल सुबह जब सीटी रवि को रामदुर्ग पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था तो वह सड़क पर धरने पर बैठ गए। इसका वीडियो सामने आया है।

कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद?
कांग्रेस की महिला और बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने बीजेपी नेता सीटी रवि पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। यह विवाद विधान परिषद की बैठक से शुरू हुई। मंत्री हेब्बालकर ने बेलगावी के हिरेबागीवाड़ी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर के अनुसार, रवि ने विधानसभा सत्र के दौरान मंत्री को ‘प्रॉस्टिट्यूट’ कहकर संबोधित किया था। एफआईआर के बाद पुलिस ने सीटी रवि को तुरंत हिरासत में लिया।

बीजेपी नेता ने लगाए हत्या की साजिश के आरोप  
सीटी रवि ने हिरासत के दौरान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। सीटी रवि के वकील चेतन ने कहा कि रवि ने अपनी हत्या की साजिश की आशंका जताई है। चेतन ने बताया कि जब वे पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो उन्हें करीब डेढ़ घंटे तक अंदर नहीं जाने दिया गया। वकील ने आरोप लगाया कि शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने एफआईआर नहीं की।  

वकील का आरोप: "रवि से मिलने नहीं दिया गया"
सीटी रवि के वकील चेतन ने कहा कि पुलिस ने मुझे काफी समय तक रवि से मिलने नहीं दिया। वकील ने बताया कि हिरासत में लिए गए किसी भी व्यक्ति को अपने वकील से मिलने का अधिकार है, लेकिन पुलिस ने उन्हें 1.5 घंटे तक स्टेशन के बाहर रोके रखा। रवि ने वकील को बताया कि उन्हें अपनी जान का खतरा है और वे एफआईआर दर्ज कराना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने हमारी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।

कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ा तनाव  
इस घटना के बाद कर्नाटक की राजनीति गरमा गई है। बीजेपी नेताओं ने इसे कांग्रेस का षड्यंत्र करार दिया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस स्टेशन कांग्रेस का कार्यालय बन गया है। आर अशोक ने कहा कि यह घटना राज्य में 'गुंडाराज' का सबूत है। एक बीजेपी नेता को अवैध ढंग से हिरासत में लिया गया है। 

बीजेपी करेगी विरोध प्रदर्शन  
बीजेपी ने इस मामले को लेकर शुक्रवार को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस सरकार अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। वहीं, कांग्रेस ने सीटी रवि पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की है।  

विधानसभा में भाजपा का विरोध
इस मुद्दे को लेकर कर्नाटक विधानसभा में भाजपा ने जोरदार विरोध किया। विपक्ष के नेता आर अशोक ने आरोप लगाया कि पुलिस कांग्रेस के इशारे पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार स्थाई नहीं है। भाजपा नेताओं ने पुलिस पर रवि को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया। भाजपा ने शुक्रवार को पूरे कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।

अध्यक्ष ने दिए जांच के आदेश  
घटना को लेकर विधान परिषद के अध्यक्ष बसवराज होराट्टी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। होराट्टी ने कहा कि घटना के समय सदन स्थगित था और माइक बंद थे, जिससे कुछ भी रिकॉर्ड नहीं हुआ। इस मामले में वीडियो और ऑडियो फुटेज की जांच की जाएगी।