Kedarnath Gold Theft: 15 जुलाई को ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने केदारनाथ मंदिर से 228 किलो सोने की चोरी (228 kg gold missing) का आरोप लगाया था। इस पर श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बुधवार(17 जुलाई) को कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद केवल सनसनी फैलाना चाहते हैं। अगर उनके पास कोई सबूत है तो वे सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट जाएं।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने (Swami Avimukteshwaranand) 15 जुलाई को दिल्ली में 'केदारनाथ मंदिर' की प्रतिकृति के निर्माण पर कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि भगवान के हजार नाम हैं, किसी और नाम से मंदिर बनाएं... जनता को भ्रमित न करें। दिल्ली में मंदिर निर्माण के पीछे राजनीति होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञ हमारे धार्मिक स्थलों में प्रवेश कर रहे हैं।
सोने की चोरी के आरोप (Kedarnath gold theft)
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि केदारनाथ धाम से 228 किलो सोना गायब हो गया और अब तक कोई जांच नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वहां अगर घोटाला हुआ है तो आप दिल्ली में मंदिर बनाएंगे? वहां भी घोटाला करेंगे?" इस बयान के बाद से कई धार्मिक संगठनों ने केदारनाथ मंदिर से सोना की चोरी होने की जांच करने की मांग करने लगे हैं।
दिल्ली में 'श्री केदारनाथ धाम' का हो रहा है निर्माण (Shri Kedarnath Dham Delhi)
10 जुलाई को दिल्ली के हिरणकी, बुराड़ी में 'श्री केदारनाथ धाम' नामक मंदिर का शिलान्यास किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी भी उपस्थित थे। शिलान्यास के निमंत्रण पत्र में भगवान शिव और केदारनाथ धाम की फोटो थी। इस पर स्थानीय तीर्थ पुरोहितों और केदारनाथ धाम के लोगों ने विरोध जताया।
2022 में हुआ था सोने की परत चढ़ाने का काम (Gold plating Kedarnath)
सितंबर-अक्टूबर 2022 में केदारनाथ मंदिर की दीवारों और छत पर सोने की परत चढ़ाने का काम पूरा हुआ था। इसके लिए एक मुंबई के व्यवसायी ने मंदिर समिति को 23 किलो सोना दान दिया था। सोने की परत चढ़ाने का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दो अधिकारियों की देखरेख में हुआ था।
कैसे उठा मंदिर से सोना चोरी होने का मुद्दा (Kedarnath scam)
जून 2023 में केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने मंदिर को दान किए गए 23 किलो सोने की चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने केदारनाथ मंदिर समिति पर 125 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया और सोने को पीतल से बदलने की बात कही। मंदिर समिति ने इन आरोपों को केदारनाथ धाम की छवि धूमिल करने की साजिश बताया।