Kedarnath Yatra Accident: रविवार(21 जुलाई ) की सुबह गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ा हादसा हुआ। भूस्खलन के बाद चिरबासा के पास पहाड़ से अचानक भारी मलबा और बड़े पत्थर गिर गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह राजवार ने बताया कि यात्रा पर जा रहे तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। घायलों में दो यात्री महाराष्ट्र के हैं और बाकी स्थानीय हैं। घायलों को उपचार के लिए गौरीकुंड अस्पताल भेजा गया है।
मृतकों में दो लाेग महाराष्ट्र और एक उत्तराखंड का
जानकारी के मुताबिक, यह घटना सुबह 7.30 बजे हुई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। राहत और बचाव कार्य जारी है। हादसे में मारे गए लोगों की पहचान किशोर नागपुर, महाराष्ट्र के अरुण पारते (31), जालना, महाराष्ट्र के सुनील महादेव काले (24) , और तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग के अनुराग बिष्ट के तौर पर की गई है।
गौरीकुंड-केदारनाथ रूट पर बना रहता है भूस्खलन का डर
गौरीकुंड-केदारनाथ 16 किमी लंबे पैदल मार्ग पर हर समय भूस्खलन का खतरा बना रहता है। चीरबासा एक भूस्खलन क्षेत्र है, जहां हर बारिश के मौसम में पहाड़ से पत्थरों के गिरने से दुर्घटनाएं होती हैं। पिछले साल भी एक व्यक्ति की मौत भूस्खलन से हुई थी। बारिश होने के बाद इस क्षेत्र में पहाड़ धंसने का डर बना रहता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुए हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, 'पहाड़ से मलबा और भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के घायल होने की खबर अत्यंत दुखद है। मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी है, मैं इस संबंध में अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हूँ। हादसे में घायल लोगों को तुरंत बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए गए हैं। भगवान दिवंगत आत्माओं को अपने चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।'