Kerala Explosion Sound and tremor Mystery:: केरल के मलप्पुरम जिले के अनक्कालू गांव में रहस्यमयी आवाजें और जमीन के भीतर धमाके की खबर से इलाके में खौफ फैल गया है। पिछले महीने तीन बार जोरदार धमाके जैसी आवाजें आने से लोग डर के मारे घर छोड़ने लगे। इस मामले में जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक, जमीन के अंदर हो रही पत्थरों की रगड़ और टूट-फूट इस धमाके की वजह बन रही है। जानें इस घटना के सभी पहलू विस्तार से।

लगातार आ रही आवाजों से गांव वाले परेशान
मलप्पुरम जिले के अनक्कालू गांव में पिछले महीने 17, 18 और 29 अक्टूबर को जमीन के नीचे से तीन बार जोरदार धमाके जैसी आवाजें सुनाई दीं। स्थानीय लोग इस अनहोनी से घबरा गए और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद केरल स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (KSDMA) ने एक जांच दल भेजा। विशेषज्ञों की टीम ने गांव में जाकर इन धमाके जैसी आवाजों का कारण जानने की कोशिश की। 

विशेषज्ञों की टीम ने की गहन जांच
जांच के दौरान केरल डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम के साथ जिला प्रशासन के भूवैज्ञानिक, जल संसाधन विभाग के भूवैज्ञानिक और जिला आपदा विश्लेषक मौजूद थे। जांच में पता चला कि धमाके जैसी आवाजें जमीन के अंदर पत्थरों के रगड़ने और टूटने से उत्पन्न हो रही थीं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें जमीन की ऊपरी परतों में दरारें पड़ जाती हैं और हल्के झटके महसूस होते हैं। विशेषज्ञों ने इसे आम घटना बताया लेकिन इससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया।

चट्टानों के आपसी टकराव से आ रही हैं आवाजें
विशेषज्ञों का कहना है कि जमीन के भीतर की चट्टानों के बीच टकराव, घर्षण और टूट-फूट से ये धमाके जैसी आवाजें सुनाई दे रही हैं। यह घटना पहली बार नहीं हो रही है, बल्कि केरल के अन्य क्षेत्रों में भी ऐसा पहले घटित हो चुका है। भूगर्भीय दबाव के कारण चट्टानों में दरारें उत्पन्न होती हैं, जिससे हल्के झटके और धमाके की आवाजें पैदा होती हैं। विशेषज्ञों ने इसे प्राकृतिक घटना बताते हुए लोगों से चिंता ना करने की सलाह दी है। 

भूजल के सूखने और वायु दबाव से भी होते हैं धमाके 
अक्सर भूजल के सूखने और वायु दबाव के कारण भी जमीन के भीतर से ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं। ऐसा ही एक मामला झारखंड के रांची में भी हुआ था, जहां भूजल के घटने और ट्यूबवेल के खिसकने से वायु दबाव से धमाके की आवाजें आई थीं। केरल में भूजल के स्तर में कमी के कारण भी यह समस्या बढ़ रही है। 

300 लोग सुरक्षित स्थान पर भेजे गए, मरम्मत के निर्देश
इन धमाकों और दरारों की वजह से अनक्कालू गांव के करीब 300 लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं। केरल डिजास्टर मैनेजमेंट टीम ने इस क्षेत्र के सभी क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत की योजना बनाई है। टीम का मानना है कि इनमें से कई इमारतें पुरानी और कमजोर हो चुकी थीं, जिन पर इस प्राकृतिक घटना का असर पड़ा है। जल्द ही इन भवनों की जांच और मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। 

29 अक्टूबर की रात के धमाकों से लोगों में मचा हड़कंप 
29 अक्टूबर 2024 की रात अनक्कालू गांव में 9:15 बजे, 10:15 बजे और 10:45 बजे हल्के झटके महसूस हुए। इस दौरान दो किलोमीटर के क्षेत्र में धमाके की आवाजें भी सुनाई दीं, जिससे गांव वालों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ घरों में दरारें आने से लोगों ने विस्फोट जैसी आवाजें सुनीं, जिससे उनका भय और बढ़ गया।