Kiren Rijiju rebuked China: चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश की 30 जगहों का नाम बदलने और इसे अपना बताने वाले दावे को भारत ने बेबुनियाद करार दिया है। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन को कड़ी फटकार लगाई है। बता दें कि एक दिन पहले ही चीन ने जंगजांग प्रांत के 30 जगहों के बदले हुए नामों की लिस्ट जारी की थी। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने इस पर कहा है कि यह दावे बेबुनियाद हैं। ऐसे दावों से ऐतिहासिक तथ्यों को नहीं बदला जा सकता।
अरुणाचल प्रदेश के लोग परम देशभक्त
रिजिजू ने कहा कि अरुणचाल प्रदेश के लोग परम देशभक्त और भारतीय हैं। वह भारतीयता के सभी मानकों और परिभाषाओं को पूरा करते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा- मैं अरुणाचल प्रदेश के 30 जगहों को चीन की ओर से अवैध ढंग से 'मानकीकृत' भौगोलिक नामकरण की कड़ी निंदा करता हूं। चीन ऐसे बेबुनियाद दावे करता रहता है। हालांकि, इससे जमीनी हकीकत और ऐतिहासिक तथ्य नहीं बदलने वाले। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी चीन को फटकार लगाई
अरुणाचल प्रदेश के जगहों का नाम बदलने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी चीन को फटकार लगाई। विदेश मंत्री ने कहा कि अगर कोई दूसरे के घर का का नाम बदल देगा तो क्या वह उसका हो जाएगा। अरुणाचल प्रदेश देश का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। नाम बदलने से कुछ भी नहीं होता और ना ही इससे कोई असर पड़ने वाला है। सब जानते हैं कि वहां पर हमारी सेना मुस्तैद है। सेना भी जानती है कि उसे क्या करना है।
चीन ने अरुणाचल के 11 रिहायशी इलाकों के नाम बदले
चीन पहले भी कई मौकों पर अरुणाचल प्रदेश के जगहों का नाम बदलता रहा है। ऐसा करके वह इन इलाकों पर अपनी दावेदारी पेश करने की कोशिश कर रहा है। एक दिन पहले ही अरुणाचल प्रदेश के 30 जगहों को अपना बताते हुए उनका नाम बदल दिया। चीन से पब्लिश होने वाले साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, अरुणाचल के 11 रिहायशी इलाके,12 पहाड़, 4 नदियों एक तालाब और एक पहाड़ी रास्ते को नया नाम दिया गया है। इनमें से कुछ नाम रोमन भाषा में वहीं, कुछ नाम चीनी और तिब्बती भाषा में जारी किए गए हैं।