Logo
Kolkata Doctor Murder Case: आरजी कर हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर का कहना है कि अगर अनशन के दौरान कोई डॉक्टर बीमार पड़ा तो इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।

Kolkata Doctor Murder Case: पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा से पहले महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। ये डॉक्टर सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर 9 सूत्रीय मांगे रखी थीं। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार ने भरोसा देने के बाद भी मांगें पूरी करने की मंशा जाहिर नहीं की है। बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर के साथ अगस्त में दरिंदगी हुई थी। इसबीच, शुक्रवार को बंगाल में 9 साल की बच्ची भी दरिंदगी की शिकार हो गई।

इन डॉक्टरों ने शुरू की भूख हड़ताल 
जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि अगर उनके अनशन के दौरान कोई डॉक्टर बीमार होता है, तो राज्य इसकी जिम्मेदारी लेगा। जूनियर डॉक्टरों ने RG कर अस्पताल में 23 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ शनिवार शाम को भूख हड़ताल शुरू की। आरोप है कि पश्चिम बंगाल सरकार उनकी मांगों को पूरी नहीं कर रही है। भूख हड़ताल करने वाले डॉक्टरों में कोलकाता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्निग्धा हाजरा, तनया पांजा और अनुष्टुप मुखोपाध्याय, SSKM के अर्नब मुखोपाध्याय, NRS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पुलस्थ आचार्य और KPC मेडिकल कॉलेज की सायंतनी घोष हाजरा शामिल हैं।

'अब कोई और दरिंदों का शिकार न हो'
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट की डॉ. सायंतनी ने कहा, “जब तक हमारे मानवता के आधार पर न्याय की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम यहीं बैठेंगे। ट्रेनी डॉक्टर को दरिंदगी से पहले कई बार धमकियां मिली थीं। किसी के साथ भी ऐसी वारदात हो सकती है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि कोई और दरिंदों का शिकार न बने। एक तरफ हम भूख हड़ताल पर बैठे हैं, जबकि दूसरी तरफ हम देख रहे हैं कि एक नाबालिग लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या हुई है।”

दक्षिण 24 परगना में नाबालिग का रेप-मर्डर 

  • पश्चिम बंगाल में 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात से आक्रोश है। रविवार को परिजनों ने दावा किया कि बच्ची के शरीर पर खून के धब्बे मिले हैं। ANI से बात करते हुए  पीड़िता के रिश्तेदार ने बताया कि उसने अस्पताल में लड़की का शव देखा। उसके शरीर पर कई चोटें थीं... खून के धब्बे थे... हाथ टूटे हुए थे... वह ट्यूशन से लौटते समय लापता हो गई थी। लड़की का शव स्थानीय लोगों ने शनिवार सुबह दक्षिण 24 परगना जिले के एक नाले से बरामद किया।
  • रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि जब लड़की के पिता पुलिस स्टेशन गए थे तो पुलिस काफी देर तक अनदेखी करती रही। बच्ची के पिता ने उसे हर जगह खोजा, लेकिन जब वह उसे नहीं ढूंढ पाए तो पुलिस थाने गए, लेकिन पुलिस ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया और उन्हें जयनगर पुलिस स्टेशन जाने के लिए कहा... पुलिस ने मामले की अनदेखी की।

हत्यारे ने बच्ची को दिया आइसक्रीम का लालच
बरुइपुर के एसपी पलाश चंद्र ढाली के मुताबिक, नाबालिग से दरिंदगी के मामले में एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है, जिसने हत्या करने की बात कबूल कर ली। सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने वारदात से पहले लड़की के साथ दोस्ती करने की कोशिश की थी। आरोपी ने कथित तौर पर 2 दिन तक बच्ची को आइसक्रीम खिलाई और दोस्ती करने की कोशिश की। फिर वह बच्ची को साइकिल पर बैठाकर एक अज्ञात स्थान पर ले गया। पुलिस ने शुक्रवार रात 9 बजे FIR दर्ज करने के बाद शुरुआती जांच कर अगली सुबह आरोपी को दबोच लिया। 

पुलिस कार्रवाई में देरी के बाद भड़की थी हिंसा 

  • नाबालिग का शव नाले से बरामद होने के बाद शनिवार को बंगाल के गांव में हिंसा भड़क उठी थी। भीड़ ने महिश्मारी पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके। उन्होंने चौकी के बाहर खड़ी कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया और पुलिसकर्मियों को परिसर छोड़ने के लिए मजबूर किया। आंसू गैस के गोले दागे गए ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। 
  • इस घटना पर केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा, "एक चौथी कक्षा की लड़की का अपहरण किया गया, बलात्कार किया गया और हत्या की गई, जबकि वह ट्यूशन से लौट रही थी। पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। देवी पक्ष के दौरान भी उन्हें मारा जा रहा है।"
5379487