Ayodhya Ram Mandir Invitation Controversy Updates: अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को फाइनल टच दिया जा रहा है। इस समारोह में पूर्व गृह मंत्री और राम मंदिर आंदोलन के नायक लाल कृष्ण आडवाणी शामिल होंगे या नहीं, इसकी तस्वीर साफ हो गई है। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने बुधवार को कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। इससे पहले खबर आई थी कि आडवाणी की तबीयत खराब रहती है, इसलिए वे कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
19 नवंबर को आडवाणी-जोशी को मिला था निमंत्रण
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता कृष्ण गोपाल और राम लाल, आलोक कुमार ने 19 नवंबर को लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया। आलोक कुमार ने कहा कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उनकी यात्रा के दौरान लालकृष्ण आडवाणी को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं और अन्य व्यवस्थाएं प्रदान की जाएंगी। आडवाणी के अलावा मुरली मनोहर जोशी को भी निमंत्रण दिया गया था। आडवाणी और जोशी ने उद्घाटन समारोह में शामिल होने का भरोसा दिया था।
#WATCH | International Working President, Vishva Hindu Parishad Alok Kumar says, "BJP veteran LK Advani will attend Ram Temple Pran Pratistha ceremony on 22nd January in Ayodhya..." pic.twitter.com/NXEM27SGxc
— ANI (@ANI) January 10, 2024
चंपत राय ने की थी ये अपील
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 18 दिसंबर को अपील की थी कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी अयोध्या न आएं। उन्होंने दोनों नेताओं की उम्र का हवाला दिया था। कहा था कि ठंड भी ज्यादा है। इसलिए उनके स्वास्थ्य को देखते हुए निवेदन किया है कि वे अयोध्या न आएं। लालकृष्ण आडवाणी 96 तो मुरली मनोहर जोशी 90 साल के हो चुके हैं।
इन पांच पार्टियों ने निमंत्रण ठुकराया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की मूर्ति की स्थापना करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सभी परंपराओं के संतों को भी निमंत्रण दिया गया है। इस बीच कांग्रेस ने समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने 22 जनवरी को समारोह में जाने से मना कर दिया है।
कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, सीपीआई एम और शिवसेना उद्धव गुट ने प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इंकार कर दिया है।
16 जनवरी से शुरू होगा अनुष्ठान
राम मंदिर उद्घाटन समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी को दोपहर में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला को विराजमान करने का निर्णय लिया है। वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू होंगे। वाराणसी रहने वाले लक्ष्मी कांत दीक्षित मुख्य अनुष्ठान करवाएंगे।