Land for job scam: केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ सीबीआई को केस चलाने की अनुमति दे दी है। सीबीआई ने यह जानकारी राउज एवेन्यू कोर्ट को दी है। इस फैसले के बाद से लालू यादव के साथ-साथ उनके बेटे तेजस्वी यादव और अन्य आरोपी भी कानूनी शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हैं। इस मामले में सीबीआई की ओर से पहले भी कई आरोपी बनाए गए हैं, जिसमें तेज प्रताप यादव का नाम भी जुड़ गया है।
लालू परिवार पर लग रहे गंभीर आरोप, तेज प्रताप पर भी आया शक
सितंबर 18 को राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस केस में लालू यादव और उनके बड़े बेटे तेज प्रताप को भी समन भेजा था। इसके अलावा, इस मामले में तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी पर भी आरोप लगाए गए हैं। इस घोटाले में लालू यादव के करीबी लोगों की भी भूमिका सामने आई है, जिनमें ए.के. इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक के रूप में तेज प्रताप यादव का नाम भी शामिल है।
जमीन के बदले नौकरी: कोर्ट में पेश हुए दस्तावेज और बयानों का खुलासा
इस केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अगस्त 6 को 11 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया था। इनमें से चार की मौत हो चुकी है। कई आरोपियों ने कोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट पेश की है, जिससे यह मामला और पेचीदा हो गया है। अदालत ने सभी आरोपियों को अगले सुनवाई के लिए 7 अक्टूबर को पेश होने का आदेश दिया है।
अमित कात्याल को मिली जमानत, लालू परिवार की मुश्किलें बरकरार
लालू यादव के करीबी अमित कात्याल को दिल्ली हाई कोर्ट ने नियमित जमानत दी है। अदालत ने कहा कि अमित कात्याल जांच में सहयोग कर रहे हैं और फरार होने की संभावना नहीं है। वहीं, लालू और उनके परिवार को अभी कानूनी प्रक्रिया का सामना करना होगा। इस मामले में सीबीआई ने 96 नए दस्तावेज भी पेश किए हैं।
लालू और तेजस्वी से 10 घंटे तक हुई पूछताछ
जनवरी 2024 में ईडी की टीम ने लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से घंटों तक पूछताछ की थी। लालू से 10 घंटे की लंबी पूछताछ हुई, जबकि तेजस्वी से 11 घंटे तक सवाल-जवाब किए गए। ईडी के अनुसार, लालू से 50 से अधिक सवाल पूछे गए, जिनका उत्तर उन्होंने हां या ना में दिया। पूछताछ के दौरान लालू कई बार नाराज भी हुए।
जानिए कैसे हुआ 'जमीन के बदले नौकरी' घोटाले का पर्दाफाश
इस घोटाले में कई सौदे हुए हैं, जहां सस्ती जमीन बेचने के बदले नौकरी दी गई। सीबीआई की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिनमें रेल में नौकरी पाने के लिए जमीन का सौदा करना शामिल है। लालू यादव और उनके परिवार पर इन सौदों से करोड़ों की जमीन हासिल करने का आरोप है।