LK Advani's Family Expresses Joy: भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आडवाणी से बात की और उन्हें बधाई दी। इस ऐलान के बाद से आडवाणी का पूरा परिवार खुश है। खुद लाल कृष्ण आडवाणी ने हाथ जोड़कर कृतज्ञता दिखाई। दिल्ली स्थित आवास पर बेटी प्रतिभा आडवाणी ने उन्हें लड्डू खिलाया।  

प्रतिभा ने मां को किया याद
प्रतिभा आडवाणी ने कहा कि पूरा परिवार बहुत खुश है कि 'दादा' (लालकृष्ण आडवाणी) को देश का सर्वोच्च सम्मान मिला है। आज मुझे अपनी मां की सबसे ज्यादा याद आती है, क्योंकि उनके जीवन में, चाहे वह व्यक्तिगत हो या राजनीतिक जीवन, उनका योगदान बहुत बड़ा है। जब मैंने दादा से भारत रत्न मिलने की बात बताई तो वह बहुत खुश थे। प्रतिभा आडवाणी ने कहा कि पिता ने पीएम मोदी और देश के लोगों को इतने बड़े पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए धन्यवाद दिया।

दादा की आंखों में आए आंसू
प्रतिभा ने कहा कि वह बहुत अभिभूत हैं। वह कम बोलने वाले व्यक्ति हैं। लेकिन उनकी आंखों में आंसू थे। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के समय भी वह बहुत खुश थे। यह उनके जीवन का एक ऐसा सपना था जिसके लिए उन्होंने संघर्ष किया। उनका व्यक्तित्व ऐसा है कि जब कोई उनकी तारीफ करता है तो उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं।

बेटे जयंत ने पीएम मोदी का जताया आभार
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के बेटे जयंत आडवाणी ने कहा कि यह जानकर आश्चर्य होता है कि उनके जीवन के इस पड़ाव पर उनके प्रयासों को इस शानदार तरीके से मान्यता मिल रही है। मैं और मेरा परिवार इस नए विकास से बेहद खुश हैं। जयंत आडवाणी ने पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में मेरे पिता का योगदान बहुत बड़ा रहा है और यह देखना अद्भुत है कि उनके प्रयासों को इस शानदार तरीके से पहचाना जा रहा है। 

जानिए कैसा रहा आडवाणी का सियासी सफर
वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का भारत में एक लंबा और प्रभावशाली राजनीतिक करियर रहा है। लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर में उन्होंने पहले गृह मंत्री और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी के 1999 से 2004 कार्यकाल में उप प्रधान मंत्री थे। उनके नाम सबसे लंबे समय तक भाजपा अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड है। 

  • आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को विभाजन-पूर्व सिंध में हुआ था। 1947 में विभाजन के बाद आडवाणी दिल्ली आ गए।
  • वह 1951 में भाजपा के पूर्ववर्ती जनसंघ का हिस्सा बने। इसका गठन श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था। वह 1970 में राज्य सभा के सदस्य बने और 1989 तक इस सीट पर रहे। दिसंबर 1972 में वह भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष चुने गए।
  • 1975 में मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्रित्व काल में आडवाणी को जनता पार्टी में सूचना एवं प्रसारण मंत्री नियुक्त किया गया।
  • उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ 1980 में भाजपा की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • 1990 के दशक के दौरान राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व किया। सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली। इससे मंदिर आंदोलन ने तूल पकड़ा।