LK Advani bharat ratna pm Narendra modi: देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलेगा। इसकी घोषणा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को की। पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए लालकृष्ण आडवाणी को बधाई। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के बाद लाल कृष्ण आडवाणी दूसरे ऐसे भाजपा नेता हैं जिन्हें देश का सर्वोच्च पुरस्कार मिला है। इससे पहले 2005 में आडवाणी को देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी खुद आडवाणी के घर गए थे उन्हें यह सम्मान दिया था।
आडवाणीजी का योगदान अविस्मरणीय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि आडवाणी जी का जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है।
प्रधानमंत्री ने लिखा कि लालकृष्ण आडवाणी ने गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी खुद को देश में प्रतिष्ठित किया। उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के आडवाणी के साथ अपनी दो तस्वीरें भी साझा कीं।
96 साल के हैं आडवाणी
लाल कृष्ण आडवाणी इस समय 96 साल के हैं। अपनी उम्र के चलते अक्सर घर में ही रहते हैं। उनका राम मंदिर आंदोलन में अहम योगदान है। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए उन्हें भी न्योता मिला था। लेकिन अस्वस्थता के चलते वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे।
कराची में हुआ था जन्म
आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को कराची में हुआ था। आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के सह-संस्थापकों में से एक हैं। उन्होंने 2002 से 2004 तक भारत के 7वें उप प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया और सबसे लंबे समय तक गृह मंत्री रहे। 1998 से 2004 तक वे इस पद पर रहे।
कितना बड़ा सम्मान है भारत रत्न?
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह पुरस्कार 1954 में शुरू किया गया था और यह जाति, व्यवसाय, पद या लिंग की परवाह किए बिना किसी के लिए भी खुला है। सी. राजगोपालाचारी पहले शख्स थे, जिन्हें भारत रत्न मिला था। वे भारत के अंतिम गवर्नर जनरल थे। उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। राजगोपालाचारी के साथ देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन और प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी चंद्रशेखर वेंकट रमन को भी यह पुरस्कार मिला था।
इन हस्तियों को भी मिल चुका है भारत रत्न
- मदर टेरेसा, कैथोलिक नन और मिशनरीज ऑफ चैरिटी की संस्थापक (1980)
- एपीजे अब्दुल कलाम, भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक (1997)
- लता मंगेशकर, प्रसिद्ध पार्श्व गायिका (2001)
- सचिन तेंदुलकर, पूर्व भारतीय क्रिकेटर (2014)
- अटल बिहारी वाजपेयी, भारत के पूर्व प्रधान मंत्री (2015, मरणोपरांत)
- प्रणब मुखर्जी, भारत के पूर्व राष्ट्रपति (2019)
- नानाजी देशमुख, सामाजिक कार्यकर्ता (2019, मरणोपरांत)
- भूपेन हजारिका, गायक और संगीत निर्देशक (2019, मरणोपरांत)