Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और उनके छह मंत्री अपनी ही सीटों पर वोटर्स को रिझाने में नाकाम रहे। वे इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों के लिए अपने विधानसभा क्षेत्रों में नेतृत्व नहीं कर पाए। यह बात चुनाव आयोग की ओर से गुरुवार को जारी मतदान प्रतिशत के विधानसभा-वार आंकड़ों में सामने आई है। दूसरी ओर, महाराष्ट्र में उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपनी पार्टी और महायुति गठबंधन की हार की जिम्मेदारी ली है। बीजेपी अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस भी आलाकमान को इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।
आज एनसीपी (अजीत पवार) की बैठक में 5 विधायक गैर-मौजूद रहे। इससे पहले सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा था कि अजित पवार गुट के 10 से 15 विधायक लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद शरद पवार के संपर्क में हैं।
झारखंड में सीएम और मंत्री का प्रभाव खत्म?
- झारखंड में सीएम चंपई के अलावा छह अन्य मंत्रियों में बेबी देवी (गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में डुमरी विधानसभा), मिथिलेश ठाकुर (पलामू लोकसभा क्षेत्र में गढ़वा विधानसभा), बसंत सोरेन (दुमका लोकसभा क्षेत्र में दुमका विधानसभा), बादल पत्रलेख (गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में जरमुंडी विधानसभा), बन्ना गुप्ता (जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र में जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा) और सत्यानंद भोक्ता (चतरा लोकसभा क्षेत्र में चतरा विधानसभा) शामिल हैं। ये सभी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में इंडिया गठबंधन को जीत दिलाने में कमजोर साबित हुए हैं।
- मंत्री बेबी देवी, मिथिलेश ठाकुर, बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता की विधानसभा सीटें उन लोकसभा सीटों का हिस्सा हैं, जहां एनडीए उम्मीदवार जीते हैं। जबकि मुख्यमंत्री और बसंत सोरेन के प्रतिनिधित्व वाली विधानसभा सीटों क्रमशः सरायकेला और दुमका में कम वोटों के बावजूद संबंधित लोकसभा क्षेत्रों से इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों की जीत हुई।
जेएमएम प्रवक्ता ने क्या कहा?
- जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा- लोकसभा चुनाव में ये बातें ज्यादा मायने नहीं रखतीं क्योंकि मुद्दे अलग हैं। हां, ये सभी चीजें तब ध्यान में रखी जाती हैं जब पार्टी द्वारा चुनाव परिणाम की सूक्ष्म-स्तरीय समीक्षा की जाती है ताकि यह आकलन किया जा सके कि कुछ हिस्सों में क्या गलत हुआ। हमें भरोसा है कि हम इस बार विधानसभा में बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएंगे।
- चुनाव आंकड़ों के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से 9 पर जीत हासिल की, 81 विधानसभा क्षेत्रों में से 50 पर आगे रही, जबकि इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार 29 सीटों पर आगे रहे।