Lok Sabha Election 2024 Heavyweights Leaders Poll Test: लोकसभा चुनाव प्रक्रिया के छठे फेज में आज, शनिवार (25 मई) को 8 राज्यों में वोटिंग हो रही है। इनमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सभी सात सीटें भी शामिल हैं। कुल 58 सीटों के लिए हो रही वोटिंग 889 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस फेज के प्रमुख उम्मीदवारों में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार, भाजपा के दिग्गज नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, चार बार की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और भोजपुरी सिंगर से नेता बने मनोज तिवारी शामिल हैं।

मनोज तिवारी Vs कन्हैया कुमार
मनोज तिवारी उत्तर-पूर्वी दिल्ली से दो बार के सांसद हैं। वे 2024 के लोकसभा चुनाव में एकमात्र मौजूदा सांसद हैं, जिनका टिकट नहीं कटा। वरना अन्य 6 सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवार बदल दिया है। राजनीति में आने से पहले मनोज तिवारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में एक फेमस एक्टर और सिंगर रहे। उन्होंने दिल्ली में बतौर भाजपा अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। 2019 के चुनाव में उन्होंने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 3.6 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। इस बार, दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर आप और कांग्रेस के एक साथ आने से भाजपा नेता का मुकाबला कांग्रेस के कन्हैया कुमार से है।

Manoj Tiwari

37 साल के कन्हैया कुमार पहली बार तब सुर्खियों में आए, जब 2016 में दिल्ली पुलिस ने उन्हें संसद हमले में दोषी ठहराए गए अफजल गुरु की फांसी की दूसरी बरसी मनाने के लिए जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के सिलसिले में देशद्रोह मामले में गिरफ्तार किया। 2019 के चुनावों में उन्होंने सीपीआई उम्मीदवार के रूप में बिहार के बेगुसराय से चुनाव लड़ा, लेकिन बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से 4 लाख से अधिक वोटों से हार गए। अब कांग्रेस के साथ हैं।

कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भाजपा के मनोज तिवारी के खिलाफ उतारा है। दोनों उम्मीदवार पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार को कवर करने वाले पूर्वांचल क्षेत्र के प्रवासियों के वोटों के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।

Bansuri Swaraj

बांसुरी स्वराज Vs सोमनाथ भारती
भाजपा की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रही हैं। यह सीट 2014 से भाजपा के कब्जे में है। मौजूदा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को इस बार टिकट नहीं मिला। वारविक विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र बांसुरी स्वराज सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। पहली बार चुनाव लड़ रहीं बांसुरी स्वराज का मुकाबला आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती से है। भारती दिल्ली के मालवीय नगर से तीन बार के विधायक हैं।

Maneka Gandhi

मेनका गांधी Vs राम भुआल निषाद
चार बार की सांसद मेनका गांधी उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। वह सुल्तानपुर की मौजूदा सांसद भी हैं। कांग्रेस के गांधी परिवार की बहू मेनका का मुकाबला INDI ब्लॉक में सीट-बंटवारे समझौते के तहत कांग्रेस द्वारा समर्थित समाजवादी पार्टी के नेता राम भुआल निषाद से है। मेनका गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी दोनों के नेतृत्व वाली भाजपा सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया है। 

मेनका गांधी के बेटे वरुण गांधी हैं। वह पीलीभीत से मौजूदा सांसद हैं। उन्हें इस बार भाजपा ने टिकट देने से इनकार कर दिया। वरुण गांधी ने अपनी मां के लिए सुल्तानपुर में प्रचार किया है। 

Manohar Lal Kahttar

मनोहर लाल खट्टर Vs दिव्यांशु बुद्धिराजा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को इस बार बीजेपी ने लोकसभा के मैदान में उतारा है। वह पिछले एक दशक से भाजपा के कब्जे वाली करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। खट्टर को मौजूदा सांसद संजय भाटिया की जगह मैदान में उतारा गया है। 70 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री का मुकाबला कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा से है। दिव्यांशु हरियाणा में युवा कांग्रेस इकाई का नेतृत्व करते हैं। राकांपा के शरद पवार गुट और भाजपा के पूर्व सहयोगी-दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

Mehbooba Mufti

महबूबा मुफ्ती Vs मियां अल्ताफ लार्वी
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती इस बार अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से अपनी पार्टी पीडीपी की उम्मीदवार हैं। परिसीमन के बाद अनंतनाग सीट का नाम अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र हो गया है। इस सीट पर 7 मई को मतदान होना था, लेकिन खराब मौसम के कारण स्थगित कर दिया गया था। मुफ्ती का मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार और धार्मिक नेता मियां अल्ताफ लार्वी से है। पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों INDI ब्लॉक के सदस्य हैं, लेकिन सीट-बंटवारे को लेकर गठबंधन टूटने के बाद अब दोनों एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।