Madhavi Lata Imaginary Arrow Row: हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कोम्पेला माधवी लता (Kompella Madhavi Latha) के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने 17 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा के दौरान एक मस्जिद पर काल्पनिक धनुष से काल्पनिक तीर चलाने का इशारा किया। इससे मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। काल्पनिक तीर चलाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया था। यह केस 21 अप्रैल को माधवी लता के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया है।
हैदराबाद के फर्स्ट लांसर के रहने वाले शेख इमरान ने माधवी लता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इमरान ने अपनी शिकायत बेगम बाजार पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है। उन्होंने चुनाव आयोग से भी माधवी लता के खिलाफ शिकायत की है।
अपने हाथों से कई लोगों को खाना क्यों बांटती?
वहीं, माधवी लता ने अपने खिलाफ दर्ज शिकायत को लेकर कहा कि अगर वह मुसलमानों के खिलाफ होतीं, तो रमजान के पवित्र महीने के दौरान जुलूस में हिस्सा क्यों लेतीं? और अपने हाथों से कई लोगों को खाना क्यों बांटती? शिकायत हास्यास्पद है।
नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड से आने वाली माधवी लता हिंदुत्व की समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल है, उसे एडिट किया गया है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा कि यह वीडियो नकरात्मकमता पैदा करने के लिए मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है। यह अधूरा वीडियो है। फिर भी यदि किसी की भावनाएं आहत हुईं तो मैं माफी मांगती हूं। क्योंकि मैं सभी व्यक्तियों का सम्मान करती हूं।
माधवी लता ने कहा कि अगर मैं मुसलमानों के खिलाफ होती तो रमजान पर निकलने वाले हजरत अली साहब के जुलूस में क्यों शामिल होती। मैंने कई लोगों को अपने हाथों से खाना बांटा है। यही कारण है कि ये लोग मुझे निशाना बनाना चाहते हैं।
वीडियो के फ्रेम में नहीं था मस्जिद
माधवी ने कहा कि राम नवमी के अवसर पर...उस धनुष के लिए जो अस्तित्व में नहीं था, उस तीर के लिए जो अस्तित्व में नहीं था, और उस तीर की प्रतिक्रिया के लिए जो अस्तित्व में नहीं था। वहां मेरा झूठा वीडियो बनाया गया। एक साथी ने कहा कि सांप्रदायिक रूप से मैंने मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की है। वीडियो में मस्जिद का फ्रेम नहीं था। उसे जानबूझकर दिखाया गया।
ओवैसी ने साधा था निशाना
माधवी लता के वीडियो पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि तीर शहर की शांति और अमन को निशाना बनाने के लिए चलाया गया था। उन्होंने कहा कि आपने देखा कि भाजपा का एक उम्मीदवार एक मस्जिद की ओर तीर चलाने का इशारा कर रही हैं। अगर आपको थोड़ा सा भी दर्द महसूस होता है, तो आपको पार्टी के लिए नहीं बल्कि उस 'इबादतगाह' (प्रार्थना) के लिए वोट देना चाहिए। अब भी सोते रहोगे तो कब उठोगे।
उन्होंने कहा कि वह काल्पनिक तीर किसी मस्जिद पर नहीं, बल्कि हैदराबाद की शांति और शांति के खिलाफ था। इससे पता चलता है कि उनका (बीजेपी) हैदराबाद की शांति को नष्ट करने का इरादा है। यह हिंदुओं और मुसलमानों के बीच शांति को कमजोर करने के लिए किया गया था। आपके मेरे लिए मतभेद हो सकते हैं। लेकिन शहर में शांति सबके लिए है।
13 मई को हैदराबाद सीट पर वोटिंग
हैदराबाद शहर में दो लोकसभा सीटें हैं। हैदराबाद और सिकंदराबाद। 13 मई को यहां वोटिंग होगी। वोटों की गिनती 4 जून को होनी है। हैदराबाद सीट ओवैसी परिवार का गढ़ है। 1984 से इस सीट पर ओवैसी परिवार का कब्जा है। असदुद्दीन के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन पहली बार इस सीट से 1984 में चुनाव जीते थे। वह 20 साल तक इस सीट से सांसद रहे। 2004 से असदुद्दीन ओवैसी इस सीट का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बार ओवैसी का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार माधवी लता से है।