Maharashtra Bitcoin Scam: महाराष्ट्र में आज, बुधवार(20) 288 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही है, लेकिन इससे ठीक 12 घंटे पहले एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। बिटकॉइन विवाद ने पूरे महाराष्ट्र को हिलाकर रख दिया है। वोटिंग के बीच इस विवाद को लेकर शरद पवार की अगुवाई वाली NCP(SP) विवादों में घिर गई है। यह देश का पहला ऐसा मामला है जिसमें चुनाव में कथित तौर पर फंडिंग के लिए क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करने की बात सामने आई है। इस आर्टिकल में जानिए, कौन-कौन हैं इस कथित स्कैम के अहम किरदार, किसके खुलासे से हुआ बवाल।
जानें, किसने किया खुलासा
पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बिटकॉइन घोटाले के पैसे का इस्तेमाल हो रहा है। पाटिल ने दावा किया कि इस घोटाले में बारामती सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले जैसे बड़े नाम शामिल हैं। बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑडियो क्लिप को सार्वजनिक कर दिया।
कैसे हुआ पूरे विवाद का खुलासा
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में चार ऑडियो क्लिप शेयर कीं। इन क्लिप्स में कथित तौर पर सुप्रिया सुले, नाना पटोले और कुछ अफसरों की आवाजें हैं। इन वॉइस नोट्स में बिटकॉइन को नकदी में बदलने और चुनावी फंड के लिए इस्तेमाल करने की बातें कही जा रही हैं। इन क्लिप्स को जारी करने के बाद बीजेपी ने पूछा- “वे बड़े लोग कौन हैं जिनका इन वॉइस नोट्स में जिक्र है?”
इस घोटाले के 6 अहम किरदारों को जानिए:
1. रवींद्रनाथ पाटिल (पूर्व IPS अधिकारी)
रवींद्रनाथ पाटिल, जो 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, इस बिटकॉइन घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक हैं। उन्होंने बिटकॉइन से जुड़ी हेराफेरी का खुलासा किया है। पाटिल के अनुसार, पुणे के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता और उनकी टीम ने बिटकॉइन घोटाले को अंजाम दिया था। पाटिल का दावा है कि उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया गया और उन्होंने अपनी जांच पूरी करने का निर्णय लिया था।
2. सुप्रिया सुले (बारामती सांसद और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष)
सुप्रिया सुले पर आरोप है कि वह बिटकॉइन के बदले कैश की मांग कर रही थीं। ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज सामने आई है, जिसमें सुले एक डीलर से पैसे की मांग करती सुनाई दे रही हैं। हालांकि,सुले ने इन आरोपों को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया है। बीजेपी के खिलाफ मानहानि का केस करने की चेतावनी दी है। सुप्रिया ने चुनाव आयोग और साइबर क्राइम विभाग में भी शिकायत दर्ज कराई है।
3. नाना पटोले (कांग्रेस नेता)
नाना पटोले पर भी बिटकॉइन लेन-देन में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। एक ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज़ भी सुनी जा रही है, जिसमें वे पुलिस कमिश्नर से पैसे के बारे में बात कर रहे हैं। नाना ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि ये एक राजनीतिक साजिश है और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
4. अमिताभ गुप्ता (पुणे के पूर्व पुलिस कमिश्नर)
अमिताभ गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने बिटकॉइन को कैशन में बदलने को लेकर डीलर से बातचीत की थी। गुप्ता का नाम कई ऑडियो क्लिप्स में आया है, जहां वह पैसे के लेन-देन के बारे में बात करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने जांच से बचने के लिए डीलर से सबूत मिटाने की भी बात की थी। गुप्ता के साथ-साथ उनकी टीम भी इस मामले में संलिप्त बताई जा रही है।
5. गौरव मेहता (सारथी एसोसिएट्स फर्म का कर्मचारी)
गौरव मेहता इस घोटाले के एक अहम किरदार हैं। वह पहले से ही जांच एजेंसियों के निशाने पर थे। मेहता के भेजे गए ऑडियो क्लिप्स में सुप्रिया सुले और दूसरे नेताओं के साथ उनकी बातचीत रिकॉर्ड हुए हैं, जिसमें बिटकॉइन के बदले पैसे की मांग की जा रही है। गौरव मेहता ने बताया कि वह इस घोटाले से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें धमकी मिल रही थी।
6. भाग्यश्री नौटाके (तत्कालीन डिप्टी पुलिस कमिश्नर)
भाग्यश्री नौटाके, जो पुणे पुलिस के साइबर क्राइम जांच विभाग की प्रमुख थीं, भी इस घोटाले में शामिल बताई जा रही हैं। रवींद्रनाथ पाटिल ने दावा किया कि नौटाके और गुप्ता के आदेश पर बिटकॉइन के लेन-देन की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया था।
पूर्व आईपीएस पाटिल के गंभीर दावे
पूर्व आईपीएस रवींद्रनाथ पाटिल ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि बिटकॉइन डीलर ने उन्हें बताया कि वह अब तक 150 करोड़ के बिटकॉइन बेच चुका है और घोटाले के पैसे का इस्तेमाल चुनाव में हो रहा है। पाटिल ने यह भी दावा किया कि उनके पास इस मामले से जुड़े स्क्रीनशॉट और ऑडियो क्लिप्स मौजूद हैं। पाटिल ने पुणे के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता और डिप्टी पुलिस कमिश्नर भाग्यश्री नौटाके पर भी गंभीर आरोप लगाए।
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सुप्रिया सुले का पलटवार
सुप्रिया सुले ने इन आरोपों को खारिज किया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि यह एक गंदी राजनीति का हिस्सा है। सुप्रिया ने आरोपों के खिलाफ चुनाव आयोग और साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है। सुले ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “चुनाव से एक रात पहले मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठ फैलाया जा रहा है। मैं बीजेपी के साथ किसी भी मंच पर बहस के लिए तैयार हूं।”
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नाना पटोले ने आरोपों को खारिज किया
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा, “यह मेरी छवि खराब करने की सोची-समझी साजिश है। ऑडियो क्लिप्स में मेरी आवाज नहीं है और इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है।” पटोले ने आगे कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी बौखला गई है, इसलिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने इसे कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने का षड्यंत्र बताया।
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बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'महाराष्ट्र चुनाव के लिए बिटकॉइन घोटाले का पैसा इस्तेमाल हो रहा है। जिन बड़े लोगों का जिक्र ऑडियो में हो रहा है, वे कौन हैं? क्या सुप्रिया सुले और नाना पटोले इसका जवाब देंगे?” बीजेपी ने कहा कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं, जिसमें पुलिस अधिकारियों और नेताओं के बीच बातचीत के ऑडियो क्लिप शामिल हैं। उन्होंने इस मामले की गहराई से जांच की मांग की है। और कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द बेनकाब किया जाना चाहिए।
ऑडियो क्लिप में क्या है खास?
बीजेपी की ओर से जारी क्लिप्स में सुप्रिया सुले और नाना पटोले के कथित वॉइस नोट्स शामिल हैं।
- एक क्लिप में सुले कह रही हैं, "बिटकॉइन को कैश में कन्वर्ट करें। हमें चुनाव के लिए फंड चाहिए।"
- दूसरी क्लिप में नाना पटोले कथित तौर पर पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता पर दबाव बनाते हुए पैसों की बात कर रहे हैं।
- दूसरे क्लिप्स में पुलिस और डीलर के बीच पैसों की डिलीवरी और डेटा डिलीट करने की बातें हो रही हैं।
अब आगे क्या हाेगा, कैसे होगी तस्वीर साफ?
यह मामला महाराष्ट्र चुनाव के दौरान सबसे बड़ा राजनीतिक विवाद बनकर उभरा है। सुप्रिया सुले और नाना पटोले जैसे नेताओं पर गंभीर आरोप लगने से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। अब सवाल यह है कि क्या ये आरोप सच हैं या राजनीतिक चाल? जांच के बाद ही इस विवाद की असली तस्वीर सामने आएगी। महाराष्ट्र चुनाव से पहले