Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में मंगलवार (17 दिसंबर 2024) को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच जमकर बहस हुई। अमित शाह संविधान पर चर्चा के अंतिम दिन सदन में कोरम और संविधान संशोधन पर बोल रहे थे, तब मल्लिकार्जुन खड़गे भड़क गए और उन्होंने गुस्से में अमित शाह को "कायर" कह दिया। वहीं, शाह ने भी विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस को खरीखोटी सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मंगलवार को राज्यसभा में क्या हुआ?
अमित शाह सदन में कांग्रेस द्वारा किए गए चार संविधान संशोधनों पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ये संशोधन उनकी मंशा को दिखाते हैं, जिसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुस्से में प्रतिक्रिया देते हुए अमित शाह को कायर कह दिया। खरगे के इस बयान के बाद अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा, "खड़गे साहब, किया है तो हिम्मत से सुनना भी पड़ेगा।"
अमित शाह ने क्या कहा?
गृह मंत्री शाह ने कांग्रेस के चार संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा कि ये संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान में संशोधन अपनी सहूलियत के हिसाब से किए, जनता की भलाई के लिए नहीं।
- पहला संशोधन: कांग्रेस ने अपने नेताओं पर कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए किया।
- दूसरा संशोधन: चुनाव हारने वाले नेताओं का कार्यकाल बढ़ाने के लिए।
- तीसरा संशोधन: नेताओं पर जांच प्रक्रिया रोकने के लिए।
- चौथा संशोधन: नागरिकों के संविधान प्रदत्त अधिकारों को सीमित करने के लिए।
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भाजपा के संविधान संशोधन
इसके बाद अमित शाह ने भाजपा के किए गए चार प्रमुख संविधान संशोधनों पर बात की।
- जीएसटी कानून: 100 अलग-अलग करों को खत्म कर पूरे देश में एक समान कर प्रणाली लागू की गई।
- 102वां संशोधन: राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) को संवैधानिक दर्जा दिया गया।
- 103वां संशोधन: गरीब तबके के बच्चों को शिक्षा और रोजगार में 10% आरक्षण।
- 105वां संशोधन: ओबीसी की पहचान और उनके कल्याण के अधिकार को लागू किया।
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा?
गृह मंत्री शाह के बयान पर कांग्रेस प्रेसिडेंट खड़गे भड़क उठे और कहा, "तुम कायर हो।" उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करने के अलावा और कोई काम नहीं है।
संसद में मंगलवार को गर्माया माहौल
इस तीखी बहस के बाद सदन का माहौल गर्मा गया। विपक्ष और सरकार के बीच राजनीतिक खींचतान स्पष्ट दिखी। अमित शाह और खरगे के इस वाकयुद्ध ने संसद के शीतकालीन सत्र को और भी विवादास्पद बना दिया है। राज्यसभा में हुई इस बहस ने कांग्रेस और भाजपा के बीच की राजनीतिक खाई को और चौड़ा कर दिया है। जहां अमित शाह ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए, वहीं खड़गे ने तीखे शब्दों से जवाब दिया।