Mallikarjun Kharge Chairperson India Bloc: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को INDIA ब्लॉक का चेयरपर्सन बनाया गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस शीर्ष पद के दावेदार थे, लेकिन शनिवार को हुई वर्चुअल मीटिंग में उन्होंने अध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया। नीतीश कुमार ने प्रस्ताव रखा कि अध्यक्ष पद की कमान कांग्रेस ही किसी को संभालनी चाहिए। बैठक के बाद महाराष्ट्र में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में इंडिया अलायंस की बैठक हुई। हमारे बीच चर्चा हुई कि हम सभी जल्द से जल्द सीट बंटवारे पर फैसला लेंगे। कुछ लोगों का सुझाव था कि गठबंधन का नेतृत्व मल्लिकार्जुन खड़गे को करना चाहिए और सभी सहमत थे।
प्लानिंग के लिए बनेगी समिति
शरद पवार ने कहा कि हमने आने वाले दिनों की योजना बनाने के लिए एक समिति भी बनाई। सभी ने सुझाव दिया कि नीतीश कुमार को संयोजक के रूप में जिम्मेदारी लेनी चाहिए, लेकिन उनकी राय यह है कि जो पहले से ही प्रभारी हैं, उन्हें पद पर बने रहना चाहिए। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के मुकाबले प्रधानमंत्री चेहरे को लेकर भी बात हुई। तय हुआ है कि चुनाव के बाद अगर हमें बहुमत मिलता है, तो हम देश को बेहतर विकल्प देंगे।
सीट शेयरिंग सबसे बड़ी चुनौती
चेयरपर्सन चुनना इंडिया ब्लॉक के सामने आने वाली कई चुनौतियों का केवल एक पहलू है। फिलहाल चेयरपर्सन की चुनौती गठबंधन ने पार कर ली है। हालांकि अभी भी सभी दलों के बीच सीट बंटवारे के मुद्दे से निपटना बाकी है। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव कांग्रेस को माफ करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। क्योंकि मध्य प्रदेश में कमलनाथ सपा को 6 सीटें देने से इंकार कर दिया था। जब कांग्रेस को करारी हार मिली तो अखिलेश ने निशाना भी साधा था।
आप के साथ कांग्रेस की बातचीत भी अधर में है। कांग्रेस दिल्ली में 4 और पंजाब में सात सीटें चाहती है, लेकिन AAP इसे मानने के लिए तैयार नहीं है। दिल्ली और पंजाब दोनों में सत्तारूढ़ दल सीटों का बड़ा हिस्सा चाहता है। आप गोवा, हरियाणा और गुजरात में भी चुनाव लड़ना चाहती है।
रविशंकर प्रसाद ने पूछा- क्या ऑफर सीरियस था?
फिलहाल नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाए न जाने पर भाजपा ने चुटकी ली है। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पहले मुझे बताएं कि क्या यह ऑफर सीरियसली दिया गया था? अगर यह सीरियस था तो ऐसा क्यों हुआ? बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के लोगों को उम्मीद थी कि नीतीश कुमार को पीएम पद का दावेदार घोषित किया जाएगा। लेकिन गठबंधन की ओर से उनके नाम की घोषणा नहीं की गई। गठबंधन के लोग ऐसा नहीं चाहते कि वे पीएम पद के दावेदार बनें।