Mallikarjun Kharge Shiv Ram remark: लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार, 30 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में भगवान शिव और भगवान राम को लेकर नया बयान देकर विवाद खड़ कर दिया है। खड़गे कांग्रेस उम्मीदवार शिव कुमार डहरिया के समर्थन में एक सभा संबोधित करने के लिए जांजगीर-चांपा पहुंचे थे। यहां उन्हें उम्मीदवार का नाम याद नहीं था। उन्होंने उम्मीदवार से दो बार नाम पूछा। जब शिव कुमार ने अपना पूरा नाम बताया तो खड़गे ने डहरिया की तुलना भगवान शिव से कर डाली।
खड़गे ने कहा कि यह उम्मीदवार शिवकुमार डहरिया हैं। उनका नाम शिवकुमार है। बराबर ये राम का मुकाबला कर सकता है, क्योंकि ये शिव है। मैं मल्लिकार्जुन हूं। मैं भी शिव हूं। आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन नाम का एक ज्योतिर्लिंग भी है।
पूनावाला ने कहा- अब कांग्रेस देवी-देवताओं को भी बांट रही
मल्लिकार्जुन के बयान से भाजपा और एनडीए के नेता नाराज हो उठे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में बांटो और राज करो का एक लंबा इतिहास है। उन्होंने हिंदू समाज को जाति, भाषा और अन्य आधारों पर बांटा है। लेकिन आज उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं और वे हमारे देवताओं को भी बांटना चाहते हैं। वे कह रहे हैं कि वे शिव बनाम राम करेंगे। क्या वे किसी अन्य धर्म के बारे में ऐसा कहेंगे?
पूनावाला ने कहा कि वे राम विरोध की इस हद तक गिर गए हैं कि कभी कहते हैं राम का अस्तित्व ही नहीं था। कभी कहते हैं कि श्री राम का 'सूर्य तिलक' 'पाखंड' है। ये रामचरितमानस को गाली देते हैं। ये 'जय श्री राम' को गाली देते हैं और आज ये कह रहे हैं कि हम राम से लड़ेंगे और शिव राम से लड़ेंगे। यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है। उनके सहयोगी कहते हैं कि सनातन एक बीमारी है'। यहां तक कि खड़गेजी ने कहा है कि मोदी जीतेंगे तो सनातन आ जाएगा। तो कांग्रेस पार्टी का यह सनातन विरोधी, हिंदू विरोधी राम विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आ गया है।
जनता कांग्रेस को देगी जवाब
वहीं, बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कहा कि कांग्रेस और उसके गठबंधन के प्रतिनिधि लगातार भगवान राम, सनातन और हिंदुओं का अपमान कर रहे हैं। वोट बैंक की राजनीति के लिए भारत की संस्कृति, सनातन और प्रभुओं का बार-बार अपमान होता है, इस देश की जनता करारा जवाब देगी।
चिराग पासवान बोले- खड़गे भगवान के बीच झगड़े भड़का रहे
पटना में एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी खड़गे पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कैसे वे राजनीति में धर्म का इस्तेमाल करते हैं और फिर हम पर आरोप लगाए जाते हैं। अगर वे भगवानों के बीच झगड़े भड़का रहे हैं, तो बस सोचिए ये किस तरह से लोगों को बांटने का काम करते हैं। हकीकत ये है कि विपक्ष के पास मुद्दे खत्म हो गए हैं, इसलिए वो ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
चिराग ने कहा कि आज जब हमने अपना घोषणा पत्र (राम मंदिर बनाकर) पूरा कर लिया तो ये (कांग्रेस) ) भगवान शिव को याद कर रहे हैं। हालांकि, उन्हें याद नहीं है कि उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता (राहुल गांधी) शक्ति (भगवान शिव की पत्नी) के विनाश के बारे में कब बोलते हैं।