Mallikarjun Kharge Writes Letter to INDIA Bloc: लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे फेज की वोटिंग के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार, 7 मई को INDI ब्लॉक के नेताओं को एक चिट्ठी लिखी है। खड़गे ने चुनाव आयोग के रवैये पर चिंता जताई और लिखा कि वोटिंग के फाइनल आंकड़े जारी करने में हो रही अत्यधिक देरी और उस डेटा में पाई गई विंसगतियां इन चुनावों की स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रकृति पर गंभीर संदेह पैदा कर रही हैं।
यह कोई सामान्य चुनाव नहीं
खड़गे ने कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य चुनाव नहीं है। यह हमारे लोकतंत्र और संविधान को बचाए रखने की लड़ाई है। ऐसे में लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए आवाज उठाना और चुनाव आयोग को जवाबदेह बनाना हमारा सामूहिक कर्तव्य है। ताकि वह अपने मामलों को जिम्मेदारी से संचालित कर सके।
खड़गे ने कहा कि पहले चुनाव आयोग 24 घंटे के भीतर यह बता देता था कि कितना फीसदी मतदान हुआ है। लेकिन इस बार देरी हुई है। उसकी वजह क्या है? चुनाव आयोग द्वारा अब तक कोई सफाई क्यों नहीं दी गई? देरी के बाद जो डेटा आयोग ने रिलीज किया है, उसमें कई अहम जानकारियां नहीं हैं। आयोग को बताना चाहिए हर पोलिंग स्टेशन पर कितना प्रतिशत मतदान हुआ है।
पीएम मोदी पर साधा निशाना
खड़गे ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा पहले दो चरणों में मतदान के रुझान और उनकी घटती चुनावी किस्मत से स्पष्ट रूप से घबराए हुए और निराश हैं। पूरा देश जानता है कि सत्ता के नशे में चूर एक निरंकुश शासन कुर्सी पर बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
टीएमसी ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तूणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है। जिसमें मांग की गई है कि चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव के फेज 1 और फेज 2 के लिए डाले गए वोटों के संसदीय क्षेत्रवार सटीक आंकड़े प्रस्तुत कराए। साथ ही यह भी बताए कि मतदान रिपोर्ट जारी करने में इतनी देरी क्यों हुई। टीएमसी ने मतदान प्रतिशत की कुल संख्या और पात्र मतदाताओं की कुल संख्या का भी विवरण मांगा है।
30 अप्रैल को जारी किया था डेटा
चुनाव आयोग ने पहले और दूसरे फेज की वोटिंग का फाइनल डेटा 30 अप्रैल को जारी किया था। 19 अप्रैल को पहले फेज में 66.14 फीसदी वोटिंग हुई थी। जबकि दूसरे फेज की वोटिंग 26 अप्रैल को हुई थी। मतदान प्रतिशत 66.71 था। आमतौर पर चुनाव आयोग मतदान के 24 घंटों के भीतर मतदाता मतदान डेटा प्रकाशित करता है।