Mamata Banerjee on INDIA Alliance: देश में लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की निष्ठाएं भी बदलने लगी हैं। महाराष्ट्र की राजनीति के धुरंधर और चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार पहले ही छोटे दलों को कांग्रेस में विलय करने की सलाह दे चुके हैं, अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी INDI गठबंधन को आंख दिखा दी है। बुधवार, 15 मई को ममता बनर्जी ने कहा कि अरग INDI गठबंधन की सरकार केंद्र में बनती है तो उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस बाहर से समर्थन देगी।
बंगाल में भाजपा के लिए काम कर रही कांग्रेस और वाम दल
ममता बनर्जी हुगली में एक जनसभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर असहमति जाहिर करते हुए कहा कि मैंने INDI गठबंधन के गठन में अहम भूमिका निभाई। यहां तक कि गठबंधन का नाम भी मैंने दिया था। लेकिन यहां पश्चिम बंगाल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी सीपीआई (एम) और कांग्रेस भाजपा के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि सीपीआईएम और कांग्रेस पर भरोसा न करिए। वे हमारे साथ नहीं बल्कि भाजपा के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बीजेपी दावा कर रही है कि वह 400 सीटें जीतेगी, लेकिन लोग कह रहे हैं कि ऐसा नहीं होगा। पूरा देश समझ गया है कि भाजपा चोरों से भरी पार्टी है। हम केंद्र में सरकार बनाने के लिए इंडिया ब्लॉक को बाहर से समर्थन देंगे।
क्यों बाहर से देंगी समर्थन?
ममता बनर्जी ने समर्थन देने की वजह भी गिनाई। उन्होंने कहा कि हम अपना समर्थन देंगे ताकि पश्चिम बंगाल में, हमारी माताओं और बहनों को कभी समस्या न हो। और जो लोग 100 दिन की नौकरी योजना में काम करते हैं, उन्हें भी समस्या का सामना न करना पड़े।
भाजपा को याद दिलाया 2004 की हार
ममता बनर्जी ने भाजपा को 2004 के आम चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी की हार की याद दिलाई। कहा कि वे (बीजेपी) जीतने के लिए बेताब हैं। लेकिन देश उन्हें हराने के लिए एकजुट है। 2004 में कोई भी यह नहीं कह रहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी हार जाएंगे। उन्होंने 'इंडिया शाइनिंग' का नारा दिया, लेकिन हवा बदल गई और लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया।
चुनाव आयोग को भी घेरा
टीएमसी प्रमुख ने दो महीने की अवधि में आम चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग एक कठपुतली है और मोदी के निर्देशों के अनुसार काम करता है। ढाई महीने से मतदान हो रहा है, क्या आपको (चुनाव अधिकारियों को) कभी आम लोगों के संघर्ष का एहसास हुआ है।
बंगाल में ममता बनर्जी लड़ रहीं अकेले
बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीट बंटवारा नहीं हो पाया था। हालांकि तृणमूल कांग्रेस अभी भी INDI ब्लॉक का हिस्सा है। टीएमसी ने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था। राज्य में कांग्रेस और वाम मोर्चा के बीच गठबंधन है। वाम दल 30 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है तो कांग्रेस शेष 12 सीटों पर मैदान में है। यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। बंगाल में सभी 7 चरणों में चुनाव हो रहे हैं।