Manipur Protest : मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को यहां लगातार दूसरे दिन छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया और सुरक्षा बलों से उनकी झड़प हो गई। प्रदर्शनकारी छात्र राजभवन की ओर मार्च कर रहे थे, तभी सुरक्षा बलों के साथ टकराव हुआ। इस झड़प में आरोप है कि छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और गुलेल से छर्रे मारे। इसके बाद सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे।
All government & private colleges in the state to remain closed on 11th-12th September: Government of Manipur pic.twitter.com/SRvg7zBGPC
— ANI (@ANI) September 10, 2024
एक दिन पहले ही सोमवार को स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थर बरसाए थे, जिसके अगले दिन सुरक्षा बलों ने कार्रवाई की और आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स दागी थीं। 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। ताजा हिंसा के बाद प्रशासन ने इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में कर्फ्यू लगा दिया है। राज्य में 15 सितंबर की शाम 3 बजे तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है। वहीं छात्रों का नेतृत्व कर रहे एम सनाथोई चानू ने बताया कि हमने DGP राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग की है। CRPF के पूर्व DG कुलदीप सिंह के नेतृत्व में बनी यूनिफाइड कमांड राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है।
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अब तक क्या क्या हुआ?
मणिपुर में केंद्र सरकार ने CRPF की दो बटालियन और तैनात करने का फैसला लिया है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ये जवान दो नई बटालियनों में आएंगे। एक बटालियन तेलंगाना के वारंगल से और दूसरी झारखंड के लातेहार से मणिपुर भेजी जाएगी। एक बटालियन का मुख्यालय चुराचांदपुर जिले के कांगवई में होगा और दूसरी बटालियन इंफाल के आसपास तैनात होगी। जवानों को एंटी ड्रोन गन भी दी गई है, ताकि हमला करने वाले ड्रोन को गिराया जा सके। राज्य में पहले से 16 CRPF बटालियन तैनात हैं, जो इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, चुराचांदपुर, नॉनी, जीरीबाम, कांगपोकपी और बिष्णुपुर जिलों में काम कर रही हैं।
आठ सितंबर से जारी है विरोध प्रदर्शन
इम्फाल में 9 सितंबर को सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थरबाजी कर की थी। इसके बाद मैतेई समुदाय के ये छात्र मणिपुर में हिंसक घटनाओं को लेकर 8 सितंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार (8 सितंबर) को किशमपट के टिडिम रोड पर 3 किलोमीटर तक मार्च के बाद प्रदर्शनकारी राजभवन और CM हाउस तक पहुंच गए। ये गवर्नर और CM को ज्ञापन सौंपना चाहते थे।
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