Manipur Violence: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर हिंसा के चलते 17 नवंबर 2024 को नागपुर में होने वाली रैली को रद्द कर दिया। शाह नागपुर पहुंचे थे और वहां के रेडिसन ब्लू होटल में ठहरे थे, लेकिन अचानक उन्हें दिल्ली वापस लौटने का निर्णय लेना पड़ा।
नागुपर के अलावा शाह को गढ़चिरौली, वर्धा, काटोल और सावनेर जिलों में जनसभाओं को संबोधित करना था, लेकिन अब इन सभाओं की जिम्मेदारी स्मृति ईरानी और शिवराज सिंह चौहान को सौंपी गई है।
मणिपुर हिंसा में जारी है हिंसा
मणिपुर में पिछले दो दिनों से जारी हिंसा ने देश में गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। गृह मंत्री के इस अचानक निर्णय ने यह स्पष्ट कर दिया कि राष्ट्रीय सुरक्षा और घटनाओं पर नजर रखना उनकी प्राथमिकता है। सूत्रों के मुताबिक, मणिपुर की स्थिति को देखते हुए अमित शाह ने अपना सारा कार्यक्रम रद्द कर दिया और तुरंत दिल्ली लौट गए। इस दौरे की सभी 4 जनसभाओं को अब ईरानी और चौहान संबोधित करेंगे।
बीजेपी के लिए क्या है महाराष्ट्र चुनाव की अहमियत?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और परिणाम 23 नवंबर को आएंगे। यह चुनाव कई मायनों में खास है, क्योंकि महाराष्ट्र भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण राज्य है और यहां बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) का गठबंधन महायुति बनाकर सत्ता में है। वहीं, महाविकास अघाड़ी, जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं, सत्ता के लिए चुनौती पेश कर रही है।
मणिपुर में हिंसा के बाद तनाव
मणिपुर में पिछले दो दिन से हिंसा हो रही है। भीड़ ने विधायकों और मंत्रियों के घर में हमला कर दिया है। इसके बाद से तनाव का माहौल है। यहां शनिवार शाम को भीड़ ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के घर पर हमला करने की कोशिश की।
इस हमले के बाद मणिपुर के नागरिक समाज समूहों ने राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया, जिसमें उन्होंने राज्य के सशस्त्र उग्रवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की।