Manipur Violence: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हिंसा प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के दौरे पर हैं। वे सोमवार सुबह 9 बजे विशेष विमान से असम के सिलचर के कुंबीरग्राम एयरपोर्ट पर पहुंचे और असम के कछार जिले में मणिपुर के विस्थापित लोगों से मिलेंगे। इसके बाद राहुल गांधी राहुल सड़क मार्ग से मणिपुर के जिरीबाम के लिए निकले। यहां राहत कैंप में रहने वाले मणिपुर के लोगों से मिलकर उनका हाल जाना। 

हिंसा के बाद मणिपुर के 1700 लोगों ने शरण ली
असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने बताया कि राहुल गांधी जिरीबाम का दौरा करने के बाद सिलचर एयरपोर्ट लौटेंगे और इम्फाल के लिए उड़ान भरेंगे। मणिपुर के जिरीबाम के 1700 से अधिक लोग पिछले महीने अपने गृह राज्य में ताजा हिंसक घटनाओं के बाद कछार जिले के लक्षीपुर इलाके में शरण लिए हुए हैं। उनमें से अधिकांश ने कहा कि उन्होंने रात में बराक नदी पार की, जो बड़े हिस्सों में राज्य की सीमा है। उनके आने के बाद असम पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी और कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने विस्थापित लोगों को सख्त चेतावनी जारी की।

असम के सीएम ने विस्थापितों को सपोर्ट किया
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 17 जून को प्रशासन को मानवीय आधार पर विस्थापित लोगों को समर्थन देने को कहा, लेकिन किसी भी कानून के उल्लंघन या हिंसा के प्रयास की अनुमति नहीं देने की हिदायत दी। असम के पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार भुइयां ने 23 जून को विस्थापितों को बताया कि यह असम है, मणिपुर नहीं और उन्हें कानून तोड़ने से दूर रहने की सलाह दी।

हिंसा भड़कने के बाद राहुल का तीसरा मणिपुर दौरा
असम कांग्रेस अध्यक्ष बोरा ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी विस्थापित लोगों से बात करेंगे और स्थिति को अधिक गहराई से समझने की कोशिश करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर की उपेक्षा कर रहे हैं। वे वहां के संघर्षों को सुलझाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। राहुल गांधी की यात्रा अहम है, क्योंकि वह मणिपुर में शांति लाने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल एक दिन के लिए इम्फाल में रहेंगे और 9 जुलाई को दिल्ली लौटेंगे। पिछले साल मई से शुरू हुई जातीय हिंसा के बाद यह राहुल गांधी की मणिपुर की तीसरी यात्रा है।