Manmohan Singh memorial Controversy: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार (29 दिसंबर) को दिल्ली के निगमबोध घाट पर हुआ। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें आखिरी विदाई दी गई। हालांकि, कांग्रेस ने एक सार्वजनिक श्मसान पर पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस ने कहा है कि यह एक पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान है। कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र सरकार ने न सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बल्कि उनके परिवार के सदस्यों के प्रति भी असम्मान जाहिर किया।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर जताई नाराजगी
पूर्व पीएम मनमाेहन सिंह के अंतिम संस्कार के चंद घंटे बाद ही राहुल गांधी ने इस पर नाराजगी जाहिर की। राहुल गांधी ने निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किए जाने को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अपमान बताया। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर यह बात कही। राहुल गांधी ने पोस्ट में लिखा कि केंद्र सरकार ने आज निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार करके भारत मां के महान सपूत और देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का पूरी तरह से अपमान किया है।
भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार आज निगमबोध घाट पर करवाकर वर्तमान सरकार द्वारा उनका सरासर अपमान किया गया है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 28, 2024
एक दशक के लिए वह भारत के प्रधानमंत्री रहे, उनके दौर में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के…
सरकार को मनमोहन सिंह के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए था
राहुल गांधी ने लिखा कि आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का सम्मान किया जाता था। उनका अंतिम संस्कार उनके मेमोरियल के लिए तय जगह पर ही किया जाता था। ऐसा इसलिए किया जाता था ताकि हर एक आदमी उनका अंतिम दर्शन कर सके और बिना किसी असुविधा के उन्हें श्रद्धांजलि दे सके। डॉ मनमोहन सिंह सर्वोच्च सम्मान के हकदार हैं। वह इस योग्य थे कि उनकी याद में स्मारक बनाया जाए। सरकार को इस देश के महान सपूत और उसके समुदाय के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए था।
प्रियंका गांधी ने किया राहुल गांधी की बात का समर्थन
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी राहुल गांधी की बात का समर्थन किया। वायनाड की सांसद ने कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा के साथ न्याय नहीं किया है। सरकार ने उनके व्यक्तित्व, विरासत और आत्म सम्मान रखने वाले सिख समुदाय की गरिमा से इंसाफ नहीं किया है। अंतिम संस्कार के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार के सदस्यों को जगह तक पाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। वह भीड़ में अपनी जगह तलाशने की कोशिश में जुटे रहे। जगह की कमी के कारण आम लोगों को भी श्रद्धांजलि देने में दिक्कत हुई और उन्हें बाहर सड़क पर श्रद्धांजलि देनी पड़ी।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी के अंतिम संस्कार के लिए यथोचित स्थान न उपलब्ध कराकर सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के पद की गरिमा, मनमोहन सिंह जी की शख्सियत, उनकी विरासत और खुद्दार सिख समुदाय के साथ न्याय नहीं किया।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 28, 2024
इससे पहले सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को सर्वोच्च सम्मान और…
कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने नाराजगी जाहिर की
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ ही कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की। कांग्रेस नेता गौरव गौगोई ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि देश के पहले सिख प्रधानमंत्री के प्रति केंद्र सरकार के रवैये का खुलासा हो गया है। कपिल सिब्बल ने लिखा कि बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद भी नहीं छोड़ा। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने तो अंतिम संस्कार के दौरान हुई गड़बडियों की पूरी लिस्ट ही गिना दी।
बीजेपी ने कहा-सस्ती राजनीति कर रही है कांग्रेस
बीजेपी ने कांग्रेस की ओर से लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन आरोपों से कांग्रेस की घृणित मानसिकता उजागर हुई है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। कांग्रेस सस्ती राजनीति कर रही है। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस अपने अपुष्ट आरोपों से माहौल खराब कर रही है। नड्डा ने कहा कि पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जमीन आवंटित की गई है। उनके परिवार के सदस्यों को भी इस बात की जानकारी दे दी गई है।
देश कांग्रेस पार्टी के पापों को कभी माफ नहीं करेगा
नड्डा ने कहा कि गांधी परिवार ने कभी भी देश के किसी नेता को ना तो सम्मान दिया और ना ही उनके साथ इंसाफ किया। चाहे वह कांग्रेस पार्टी के नेता ही क्यों ना रहें हों।देश कभी भी सिद्धांतहीन कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक पापों को माफ नहीं करेगा।
पात्रा ने पीवी नरसिम्हा राव का जिक्र कर कांग्रेस को घेरा
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का उदाहरण दिया। पात्रा ने कहा कि "नरसिम्हा राव के शव को कांग्रेस मुख्यालय में एंट्री तक नहीं दी गई। इसकी वपजह से उनका अंतिम संस्कार हैदराबाद कराना पड़ा। कुछ मीडिया आउटलेट ने तो यह भी रिपोर्ट कि उनके पार्थिव के पास कुछ लावारिस कुत्ते घूम रहे थे। यह कांग्रेस का दुस्साहस है। "
स्मारक को लेकर अंतिम संस्कार के पहले से चल रहा विवाद
डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद से स्मारक को लेकर बहस और तेज हो गई है। कांग्रेस का कहना है कि स्मारक निगमबोध घाट के बजाय एक विशेष स्थल पर होना चाहिए था। वहीं, केंद्र ने स्मारक के लिए ट्रस्ट बनाने और जमीन आवंटित करने की बात कही है। लेकिन कांग्रेस ने इसे नाकाफी बताया। बता दें कि अंतिम संस्कार से पहले से ही सारा विवाद चल रहा है। अंतिम संस्कार से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करने का अनुरोध किया। इसके बाद एक चिट्ठी भी लिखी। इसके जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा कि सरकार स्मारक जरूर बनाएगी, लेकिन इसके लिए ट्रस्ट बनाने और जमीन चिन्हित करने में वक्त लगेगा।