Tihar Extortion Case: आप नेता सत्येन्द्र जैन के खिलाफ गृह मंत्रालय ने दी सीबीआई जांच की मंजूरी, जेल में वसूली रैकेट चलाने का आरोप

Satyendar Jain Extortion Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब आप नेता सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) से जुड़े 10 करोड़ रुपए की जबरन वसूली के मामले की जांच सीबीआई करेगी। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने महाठग सुकेश चन्द्रशेखर से वसूली केस में सीबीआई जांच की मंजूरी दी। आरोप है कि दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल तिहाड़ से जबरन वसूली रैकेट चला रहे थे और जेल में बंद हाई-प्रोफाइल कैदियों से "प्रोटेक्शन मनी" वसूल रहे थे।
एलजी ने दी थी सीबीआई जांच की मंजूरी
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 2024 की शुरुआत में सत्येन्द्र जैन के खिलाफ वसूली के आरोपों की सीबीआई जांच को हरी झंडी दी थी। सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में एलजी को एक पत्र लिखा था, जिसमें जबरन वसूली के आरोपों की जांच के लिए मंजूरी की मांग की गई थी। लेटर में दावा किया गया कि सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल से एक हाई-प्रोफाइल वसूली रैकेट चला रहे हैं। जेल में पूरी सुख-सुविधाओं के एवज में ठग चंद्रशेखर से 10 करोड़ रुपए मांगे गए थे।
महाठग सुकेश ने लगाए थे वसूली के आरोप
वसूली के आरोप ठग सुकेश ने लगाए थे, उसने कहा था कि सत्येंद्र जैन ने 2018-21 के बीच व्यक्तिगत तौर पर या अपने सहयोगियों के जरिए कई किश्तों में रकम की उगाही की। ताकि वह (सुकेश) दिल्ली की जेलों जैसे- तिहाड़, रोहिणी और मंडोली में ऐशो आराम से सजा काट सके। (पढ़ें...पूरी खबर)
मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर सजा काट रहे हैं जैन
बता दें कि केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सत्येन्द्र जैन को मई 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जैन की आखिरी जमानत याचिका मार्च 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की थी। तब शीर्ष अदालत ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में सरेंडर करने का आदेश दिया था। 26 मई, 2023 को जेल के बाथरूम में गिरने के बाद सत्येंद्र जैन को मेडिकल ग्राउंड पर जमानत दी गई थी। जमानत पर बाहर आने के बाद जैन की रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन हुआ था।
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS