मुखर्जी नगर में लापता UPSC छात्र का शव मिला: झाड़ियों में फंदे से लटकी मिली डेड बॉडी, 10 दिन से लापता था युवक

Missing UPSC student found Dead: दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में यूपीएससी की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय दीपक कुमार मीणा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। दीपक पिछले 10 दिनों से लापता थे, और शुक्रवार को उनका शव संस्थान की लाइब्रेरी से कुछ दूरी पर झाड़ियों में मिला। पुलिस ने शव मिलने के बाद तुरंत फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया है। मामले की जांच आत्महत्या और अन्य कोणों से की जा रही है।
दौसा जिले के बलिन गांव के रहने वाले थे दीपक
दीपक मीणा, जो राजस्थान के दौसा जिले के बलिन गांव के रहने वाले थे, दिल्ली में यूपीएससी की मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उनका परिवार पिछले कई दिनों से उनकी तलाश में था। पुलिस ने कई जगहों पर तलाशी ली, लेकिन शुक्रवार को उनका शव मिला। घटना के बाद मुकर्जी नगर पुलिस स्टेशन में जांच शुरू की गई। परिवार वालों का कहना है कि दीपक ने 10 सितंबर को आखिरी बार रात 8 बजे फोन किया था, उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया।
प्रिलिम्स क्वालिफाई करने के बाद दिल्ली आए थे दीपक
दीपक कुमार ने इस साल यूपीएससी (UPSC) प्रारंभिक परीक्षा यानी की प्रिलिम्स पास की थी, जिसके बाद उन्हें मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली बुलाया गया। यह दीपक की पहली सफलता थी, जिससे उनका पूरा गांव खुश था। उनका परिवार खेती से जुड़ा है और दीपक अपने गांव के पहले छात्र थे, जिन्होंने यूपीएससी प्री परीक्षा पास की। उनका सपना था कि वे एक दिन आईएएस अधिकारी बनें।
संस्थान और पीजी में कोई जानकारी नहीं मिली
दीपक का पीजी (PG) मुखर्जी नगर में था, जहां वह दूसरे छात्रों के साथ रहते थे। उनके रूममेट्स ने बताया कि दीपक 11 सितंबर की रात 11 बजे के बाद से वापस नहीं आए थे। परिवार ने संस्थान और पीजी दोनों में जानकारी ली, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। परिवार के लोगों ने दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर दीपक की तलाश की, लेकिन उन्हें कोई सुराग नहीं मिला।
परिवार ने जाहिर किया हत्या होने का शक
मुखर्जी नगर पुलिस इस मामले की जांच आत्महत्या और हत्या दोनों एंगल से कर रही है। दीपक के कमरे और घटना स्थल की भी गहनता से जांच की गई, लेकिन वहां से कोई सुसाइड नोट (Suicide Note) बरामद नहीं हुआ। दीपक के पिता चंदूलाल मीणा ने आरोप लगाया कि अगर दीपक कक्षा में नहीं जा रहे थे, तो संस्थान को परिवार को सूचित करना चाहिए था। दीपक के पिता ने कहा कि हमें शक है कि हमारे बेटे की हत्या की गई है।
पुलिस हर संभावित एंगल से कर रही जांच
दीपक की मौत से उनका परिवार और गांव स्तब्ध है। दीपक की सफलता ने गांव को गर्व महसूस कराया था। गांव के लोग अब उनके दुख में शामिल हैं और यह मानने को तैयार नहीं हैं कि दीपक ने आत्महत्या की होगी। पुलिस अब हर संभावित एंगल से मामले की जांच कर रही है, जिससे सही तथ्य सामने आ सके।
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