Modi cabinet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए आज नई कैबिनेट शपथ ग्रहण करेगी। इस बीच, दिल्ली में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। कई पुराने चेहरों को इस बार मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, जिससे भाजपा में आश्चर्य का माहौल है।
पिछले कार्यकाल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभालने वाले 20 दिग्गज नेता इस बार शपथ ग्रहण सूची से बाहर हैं। इनमें से कुछ नेता चुनाव हार चुके हैं, जबकि कुछ को अभी तक शपथ ग्रहण के लिए कोई सूचना नहीं मिली है।
मोदी सरकार 2.0 के वो 20 चेहरे जो इस बार नहीं दिखेंगे:
- अजय भट्ट
- साध्वी निरंजन ज्योति
- मीनाक्षी लेखी
- राजकुमार रंजन सिंह
- जनरल वीके सिंह
- आरके सिंह
- अर्जुन मुंडा
- स्मृति ईरानी
- अनुराग ठाकुर
- राजीव चंद्रशेखर
- निशीथ प्रमाणिक
- अजय मिश्रा टेनी
- सुभाष सरकार
- जॉन बारला
- भारती पंवार
- अश्विनी चौबे
- रावसाहेब दानवे
- कपिल पाटिल
- नारायण राणे
- भगवत कराड
शपथ ग्रहण से पहले प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचे ये 22 सांसद:
- सर्बानंद सोनोवाल
- चिराग पासवान
- अन्नपूर्णा देवी
- मनोहर लाल खट्टर
- शिवराज सिंह चौहान
- भागीरथ चौधरी
- किरेन रिजिजू
- जितिन प्रसाद
- एचडी कुमारस्वामी
- ज्योतिरादित्य सिंधिया
- निर्मला सीतारमण
- रवनीत बिट्टू
- अजय टमटा
- राव इंद्रजीत सिंह
- नित्यानंद राय
- जीतन राम मांझी
- धर्मेंद्र प्रधान
- गजेंद्र सिंह शेखावत
- हर्ष मल्होत्रा
- एस जयशंकर
- सीआर पाटिल
- कृष्णपाल गुर्जर
इन 22 सांसदों में कई नए चेहरे भी शामिल हैं, जिनके पास शपथ ग्रहण के लिए फोन पहुंच चुका है और वे उत्साहित होकर तैयारियों में जुट गए हैं।
नई सरकार की प्राथमिकताएं और रणनीतियां:
मोदी सरकार 3.0 में नए चेहरों का शामिल होना इस बात का संकेत है कि सरकार नए विचारों और दृष्टिकोण को अपनाने के लिए तैयार है। इसके साथ ही, भाजपा ने दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए भी कदम उठाए हैं।
- शपथ ग्रहण समारोह में नए मंत्रियों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और वे सरकार की आगामी योजनाओं और नीतियों को लागू करने में अहम योगदान देंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह बदलाव पार्टी की अंदरूनी रणनीतियों का हिस्सा है और इसका उद्देश्य सरकार को और अधिक प्रभावी और प्रगतिशील बनाना है।
- इस बार मोदी सरकार में कई नए चेहरों के शामिल होने से देश को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। सभी की निगाहें अब शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं, जो कि एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना साबित होगी।