MP Upendra Rawat refuses to contest election: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से लोकसभा बीजेपी के उम्मीदवार घोषित किए गए उपेन्द्र रावत ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। रावत बाराबंकी से मौजूदा सांसद हैं। दो दिन पहले जारी भाजपा की उम्मीदवारों की पहली सूची में उपेन्द्र रावत का नाम शामिल किया गया था। उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया पर अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि वह निर्दोष साबित होने तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
डीपफेक एआई वीडियो के आरोपों से इनकार किया
रावत ने दावा किया कि डीपफेक एआई तकनीक के माध्यम से बनाया गया एक वीडियो उनकी छवि खराब करने के लिए सर्कुलेट किया जा रहा है। उन्होंने वीडियो को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से जांच शुरू करने का आग्रह किया है। रावत ने कहा कि वह निर्दोष साबित होने तक वह कोई भी चुनाव लड़ने से परहेज करेंगे।
पवन सिंह ने भी किया था चुनाव लड़ने से इनकार
बता दें कि यह दूसरा मौका है जब किसी बीजेपी उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने से इनकार किया है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल सेटिकट मिलने के बाद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। पवन सिंह आसनसोल से हिन्दी फिल्मों के अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले थे। हालांकि, पवन सिंह की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद से ही टीएमसी ने उन्हें निशाने पर लिया था। टीएमसी की ओर से कहा गया था कि बीजेपी ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जो बंगाल की लड़कियों पर अश्लील और द्विअर्थी गाने गा चुका है।
अश्लील वीडियो को लेकर विवाद
रावत को भाजपा उम्मीदवार घोषित किए जाने के 24 घंटों के भीतर, कथित तौर पर उनका कई अश्लील वीडियो वायरल हुए हैं। वीडियो में एक व्यक्ति किसी विदेशी महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर रहा है। रावत ने वीडियो को डीपफेक टेक्नोलॉजी की मदद से क्रिएट करने की बात किया है। रावत ने कहा है कि यह वीडियो उन्हें बदनाम करने के लिए बनाया गया है। सांसद के निजी सचिव ने इसको लेकर FIR दर्ज कराई है और इसे डीपफेक वीडियो को सर्कुलेट करने के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
वीडियो को बताया बदनाम करने की साजिश
रावत ने वीडियो सामने आने के बाद कहा है कि यह उन्हें बदनाम करन की एक साजिश है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि लोकसभा टिकट हासिल करने के तुरंत बाद ये वीडियो सामने आए. बीजेपी सांसद को भरोसा है कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश सफल नहीं होगी और वह कथित साजिश का पर्दाफाश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. पुलिस सक्रिय रूप से मामले की जांच कर रही है, जिसका लक्ष्य वीडियो के निर्माण और प्रसार के पीछे की सच्चाई का खुलासा करना है, जिसके बारे में रावत का कहना है कि इसे एआई तकनीक का उपयोग करके तैयार किया गया था।